जयपुर. घुमंतू जाति उत्थान न्यास द्वारा घुमंतू महोत्सव 2024 जयपुर के महावीर स्कूल में मनाया गया. कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई. लोकदेवता बाबा रामदेव छात्रावास में अध्यनरत घुमंतू समाज की बालक-बालिकाओं ने गणेश वंदना के साथ ही पधारो म्हारे देश, गीत, नाटक आदि रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां बच्चों ने दी.
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राजस्थान क्षेत्र प्रचारक निंबाराम ने कहा कि घुमंतू समाज एक बहुत बड़े समाज का ऐसा हिस्सा है, जिसने राष्ट्र सेवा में अपना तन-मन-धन न्योछावर किया. 1857 की क्रांति में महत्वपूर्ण योगदान दिया. महाराणा प्रताप को हथियार उपलब्ध कराए. राष्ट्र के प्रति इतना समर्पित होने के बावजूद भी आज यह समाज पिछड़ा हुआ है. हम स्वाधीनता का अमृत महोत्सव मना रहे हैं. देश बहुत आगे बढ़ चुका है, लेकिन उसके बावजूद भी समाज के एक भाग का पिछड़ा होना चिंतनीय व विचारणीय प्रश्न है.
इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए हम सभी समाज बंधुओं को पिछड़े बांधवों के लिए कार्य करना होगा. इसके लिए सबसे पहले घुमंतू जाति के लिए रोजगार उपलब्ध कराना एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा. सिर्फ बातें करने से कार्य नहीं होगा, ध्यान लगाकर कार्य करेंगे तभी इन जातियों का विकास संभव है.
उन्होंने कहा कि जरूरी नहीं कि जहां अभाव हो, वहां संवेदना नहीं हो सकती. इसके लिए सिर्फ मन की आवश्यकता है जो सभी के पास है. प्रतिभा सभी के पास होती है, बस आवश्यकता होती है अवसर की. हमें इस समाज को अवसर देना है, तभी उनकी प्रतिभाएं सामने उभर कर आएंगी.
कार्यक्रम की अध्यक्षता सालासर धाम राजस्थान के पुजारी विष्णु शर्मा ने की. मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी, विशिष्ट अतिथि ईश्वर योगी राजस्थान नाथ समाज, डॉक्टर शालिनी तोमर निदेशक एवं हृदय रोग विशेषज्ञ दाना शिवम हॉस्पिटल रहे.