श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रांगण में चतुर्वेद पारायण महाअनुष्ठान की पुर्णाहुति एवं जल स्तम्भ का अनावरण डॉ. मोहन भागवत जी के करकमलों से सम्पन्न
उज्जैन. श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रांगण में चतुर्वेद पारायण महाअनुष्ठान की पूर्णाहुति एवं रजत जल स्तम्भ का अनावरण राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी के कर कमलों से संपन्न हुआ.
सर्वप्रथम भगवान श्री महाकालेश्वर के पूजन पश्चात 23 दिन से निरंतर चल रहे चारों वेद के पारायण का उत्तर पूजन वेद पूजन किया गया. इसके पश्चात रजत मंडित वरुण जल स्तंभ का पूजन एवं लोकार्पण किया गया.
मंच पर आशीष सिंह कलेक्टर एवं अध्यक्ष महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा सरसंघचालक जी का सम्मान किया गया. तत्पश्चात श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप सोनी सदस्यों पुजारी प्रदीप गुरु, पुजारी राम शर्मा, राजेन्द्र शर्मा “गुरु” ने डॉ. मोहन भागवत जी को अभिनंदन पत्र प्रदान किया. अभिनंदन पत्र का वाचन मंदिर की जनसंपर्क अधिकारी गौरी जोशी ने किया. इसी दौरान जनवरी 2018 में हुए शैव महोत्सव की पत्रिका का विमोचन किया गया.
सरसंघचालक जी ने कहा कि जल का संरक्षण हमें अपने जीवन रक्षा के लिए करना चाहिए. भगवान शिव ने लोक कल्याण के लिए ही अपने सिर से गंगा जी को पृथ्वी में अवतरित किया. हमारी यही कामना है कि जल अतिवृष्टि तथा अनावृष्टि न हो, किसी को जल कम न पड़े और कोई जल का अपव्यय न करे. इन विषयों का हमें ध्यान देना चाहिए. यह जल स्तंभ दुनिया भर से आने वाले दर्शनार्थियों को स्मरण दिलाएगा कि हमें जल का संरक्षण एवं संवर्धन करना चाहिए.
कार्यक्रम के अंत में आभार ज्ञापन राजेंद्र शर्मा “गुरु” ने किया. मंच संचालन डॉ. पीयूष त्रिपाठी निदेशक श्री महाकालेश्वर वैदिक प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान ने किया. कार्यक्रम में शहर के वरिष्ठ समाजसेवी, राजनीतिक क्षेत्र के कार्यकर्ता उपस्थित रहे. कार्यक्रम के आरंभ में संत समुदाय का मंदिर प्रबंध समिति द्वारा स्वागत सत्कार किया गया.