नई दिल्ली. जहांगीरपुरी हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को एक पत्र लिखा है. उन्होंने पत्र में ईडी से दंगे के पीछे के फाइनेंस एंगल की जांच करवाने का आग्रह किया है. साथ ही अंसार के खिलाफ पीएमएलए के तहत मामला दर्ज कर जांच करने की भी मांग की है.
उधर, मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम ने 24 अन्य आरोपियों की भी पहचान कर ली है. जो इस दंगे में शामिल थे. इनकी पहचान विभिन्न सीसीटीवी फुटेज, वायरल वीडियो और विभिन्न चैनल से मिले फुटेज के आधार पर की गई है. उनकी तलाश में जगह-जगह दबिश दी जा रही है.
जहांगीरपुरी क्षेत्र में हुई हिंसा के मामले में अब तक 23 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इनमें मुख्य आरोपी अंसार को बनाया गया है जो क्षेत्र में सट्टे का कारोबार करता था. प्राथमिक जांच में अपराध शाखा को पता चला है कि सट्टे से उसने काफी प्रॉपर्टी बनाई थी. दिल्ली के अलावा पश्चिम बंगाल में भी उसने प्रॉपर्टी खरीदी थी. इसी को ध्यान में रखते हुए दिल्ली पुलिस कमिश्नर दंगे के इस मामले में फाइनेंस एंगल की जांच करवाना चाहते हैं.
इसके लिए उन्होंने गुरुवार की शाम ईडी को एक पत्र लिखकर फाइनेंस एंगल की जांच करने के लिए कहा है. पुलिस कमिश्नर की तरफ से लिखे गए पत्र में कहा गया है कि इस दंगे का मुख्य आरोपी मोहम्मद अंसार सट्टे से काफी पैसा कमाता था. इसके जरिए उसने काफी प्रॉपर्टी बनाई हुई जो न केवल दिल्ली में है, बल्कि पश्चिम बंगाल में भी है. ऐसे में दंगे की साजिश को बेनकाब करने के लिए फाइनेंस एंगल की जांच होना बेहद आवश्यक है.
पुलिस का कहना है कि इसमें दोनों ही समुदायों के लोग शामिल हैं.