नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश में लव जिहाद की घटनाओं का सिलसिला थमता नहीं दिख रहा. पहले पश्चिमी उत्तर प्रदेश केंद्र के रूप में सामने आ रहा था, लेकिन पिछले कुछ दिनों में सामने आई घटनाओं के पश्चात कानपुर केंद्र बन गया है. कानपुर में एक ही कॉलोनी के पांच मामले सामने आने के पश्चात सच्चाई का पता लगाने के लिए एसआईटी का गठन किया गया है, जिसमें कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं.
वहीं, अब लव जिहाद का एक मामला सामने आया है. आरोप है कि एक युवक ने असली पहचान छिपाकर 8वीं की छात्रा को प्रेमजाल में फंसाया और इसके बाद लड़की पर धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाने लगा. लड़की के परिजनों ने हिन्दू संगठनों से सहायता मांगी. तो परिजनों ने संगठन की सहायता से आरोपी युवक को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया. आरोपी युवक बेंगलुरु का रहने वाला बताया जा रहा है. इस मामले की जांच भी एसआईटी के हवाले की गई है.
नौबस्ता थाना क्षेत्र में रहने वाली 15 साल की छात्रा से बेंगलुरु के एक युवक ने दोस्ती की. आरोपी फतेह खान नाबालिग के घर के पास ही किराये का कमरा लेकर रह रहा था. फतेह खान ने धार्मिक पहचान छिपाकर आर्यन मल्होत्रा नाम बताकर छात्रा के परिजनों से जान-पहचान बढ़ाई. 15 साल की बेटी को अपने प्रेमजाल में फंसा लिया. फतेह खान अब नाबालिग पर धर्म परिवर्तन और निकाह करने का दबाव बना रहा था.
परिजनों को बेटी के प्रेम संबधों की भनक लगी तो उन्होंने विरोध किया. परिजनों ने युवक के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि जिसे आर्यन समझ रहे थे, वह फतेह खान है और बेंगलुरु का रहने वाला है. इसके बाद परिवार ने नाबालिग को ननिहाल भेज दिया. फतेह खान परिवार पर बेटी वापस बुलाने का दबाव बना रहा था.
उन्नाव
एक अन्य मामला कानपुर के पड़ोसी जिले उन्नाव से सामने आया है. एसपी आवास पर पहुंची लड़की की मां ने बताया कि उनकी पुत्री को समुदाय विशेष के युवक ने जाल में फंसा लिया है. आरोपी युवक उनकी लड़की को गांव से भागकर ले गया है. पीड़ित परिजनों के अनुसार घटना की जानकारी बांगरमऊ कोतवाली पुलिस को दी. लेकिन दिनभर बिठाए रखने के बाद भी ना तो एफआईआर दर्ज हुई और ना ही कोई कार्रवाई हुई. आखिरकार परिजनों को 60 किलोमीटर दूर एसपी से फरियाद लगाने के लिए आना पड़ा. एसपी के निर्देश पर बांगरमऊ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र के एक गांव का है. नाबालिग की मां ने बताया कि 4 सितंबर की रात 10 बजे उनकी 16 वर्षीय पुत्री को पड़ोस का युवक अपने घर बुला ले गया. इसके बाद गांव के ही हसीब पुत्र हसीन ने अपने साथियों के साथ मिलकर बेटी का अपहरण कर लिया.
बेटी की खोजबीन के दौरान कैलाश के दरवाजे पर अपहरण करने वालों के चप्पल और मोबाइल भी मिले थे. उन्होंने बांगरमऊ कोतवाली में लिखित तहरीर दी और साथ में मोबाइल फोन भी दिया था. लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. पीड़ित परिवार के मोबाइल पर लगातार धमकी दी जा रही है. एसपी आवास पर भी आरोपियों ने फोन से धमकी का सिलसिला जारी रखा. अब मां ने अपनी पुत्री की जान बचाने की गुहार लगाई है.