नागपुर। कट्टरपंथी तत्वों ने अफवाह फैलने के पश्चात सोमवार, १७ मार्च की रात को महल क्षेत्र में हिंसा को अंजाम दिया। इस दौरान भीड़ को तितर-बितर करने गई पुलिस पर भी पथराव किया गया। पुलिस ने रात भर तलाशी अभियान चलाया और 80 लोगों को हिरासत में लिया गया है। घटना में 34 पुलिसकर्मी और 5 नागरिक घायल हुए हैं, जबकि करीबन ६० वाहनों को आग के हवाले कर दिया। परिस्थिति को देखते हुए कोतवाली, गणेशपेठ, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाड़ा, यशोधरानगर और कपिलनगर इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
क्रूर बादशाह औरंगजेब की छत्रपति संभाजीनगर स्थित कब्र का मुद्दा पूरे राज्य में गर्माया हुआ है और कब्र को हटाने की मांग हो रही है। दिन के समय बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कब्र हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था। जिसे लेकर कट्टरपंथियों ने अफवाह फैला दी कि प्रदर्शन में आयतें जलाई गई हैं, जिस पर सोमवार रात नागपुर में हिंसा भड़क उठी। अनेक हिन्दू बस्तियों में वाहनों में तोड़फोड़ की गई।
मुगल शासक औरंगजेब की छत्रपति संभाजी नगर स्थित समाधी हटाने की मांग को लेकर सोमवार, १७ मार्च को महल स्थित छत्रपति शिवाजी पुतले के सामने विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल की ओर से आंदोलन किया गया। आंदोलन के दौरान औरंगजेब का प्रतीकात्मक पुतला फूंका गया। इस पर आपत्ति जताते हुए गणेशपेठ पुलिस में शिकायत दर्ज की। संज्ञान लेते हुए पुलिस ने दोनों गुटों को समझाकर प्रकरण को शांत किया। लेकिन, अफवाह फैलायी गई, और उसके कारण शाम को हिंसा भड़क उठी।
तोड़ फोड़ के दौरान प्रत्येक बस्ती में कहीं 100 तो कहीं 250 की संख्या में उपद्रवी दोपहिया वाहनों से पहुंचे थे, मुंह पर स्कार्फ बांध कर चेहरे ढके हुए थे। रास्ते पर पार्क गाड़ियों को आग लगा दी। आग लगाने से पहले घर के बहार लगे सीसीटीवी कैमरे तोड़ डाले।
इस संदर्भ में आपत्तिजनक वीडियो और संदेश फैलाने वाले 55 सोशल मीडिया अकाउंट पुलिस की निगरानी में हैं।
भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय विधायक प्रवीण दटके ने हिंसा के पीछे सोची समझी साजिश होने का आरोप लगाया। केवल हिन्दू बस्ती और हिन्दुओं के मकानों को लक्ष्य करने के षडयंत्र की पुलिस को जाँच करनी चाहिये।
घटनास्थल पर एक ट्रॉली पत्थर मिलने से यह हिंसा सुनियोजित प्रतीत होती है, राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने राज्य विधानसभा में जानकारी दी। पुलिस पर हमला करने वाले आरोपियों को छोड़ा नहीं जाएगा।