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प्रतिबंधित अलगाववादी संगठन की संपत्तियां होंगी जब्त, जांच एजेंसियां जानकारी एकत्रित कर रही

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जम्मू कश्मीर में अलगाववाद और अतंकवाद को बढ़ावा देने में जुटे असामाजिक तत्वों के खिलाफ सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई लगातार जारी है. हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राष्ट्र विरोधी कृत्यों में संलिप्त ‘जम्मू कश्मीर डेमोक्रेटिक फ्रीडम पार्टी’ को 5 साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया. अब जानकारी मिल रही है कि जम्मू कश्मीर पुलिस की CID विंग और प्रदेश जाँच एजेंसी SIA पार्टी के मुखिया और अलगाववादी समर्थक शब्बीर अहमद शाह से जुड़ी संपत्तियों का ब्योरा खंगाल रही है.

जेल में बंद अलगाववादी और आतंकवाद समर्थक शब्बीर शाह और उसके संगठन की सभी संपत्तियां जब्त होंगी. इस कड़ी में जम्मू कश्मीर पुलिस के CID विंग और SIA जम्मू कश्मीर डेमोक्रेटिक फ्रीडम पार्टी से जुड़े लोगों और उनकी संपत्तियों का ब्योरा तैयार करना शुरू कर दिया है.

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बीते सप्ताह ही JKDFP को उसकी राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने के कारण कार्रवाई करते हुए 5 साल का प्रतिबंधित लगा दिया है. JKDFP घाटी में चौथा अलगाववादी राजनीतिक संगठन है, जिस पर केंद्र ने 2018 के बाद से प्रतिबंध लगाया है. महिला अलगाववादी संगठन दुख्तरान-ए-मिल्लत (डीईएम) को 2018 में UAPA के तहत “आतंकवादी संगठन” घोषित किया गया था. इसके बाद वर्ष 2019 में केंद्र सरकार ने आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने तथा देश को खंडित करने की योजना पर काम कर रहे जमाते इस्लामी जम्मू कश्मीर और जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट पर प्रतिबंध लगाया था.

जम्मू कश्मीर डेमोक्रेटिक फ्रीडम पार्टी का गठन अलगाववादी नेता शब्बीर शाह ने पीपुल्स लीग से अलग होने के बाद 1998 में किया था. जेल में बंद शब्बीर शाह कश्मीर घाटी में आतंकी हिंसा और अलगाववादी गतिविधियों को बढ़ावा और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को सही ठहराते आया है. आतंकी फंडिंग के आरोप में ED ने उसे 2017 में गिरफ़्तार किया और तबसे वह दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है. रिपोर्ट्स के अनुसार, शब्बीर शाह के प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिद्दीन और JKLF के कमांडरों के साथ भी घनिष्ठ संबंध बताए जाते हैं. शब्बीर शाह जम्मू कश्मीर में आतंकी और अलगाववादी गतिविधियों को बढ़ावा देने साथ ही कश्मीर के युवाओं को पत्थरबाज़ी और आतंक की आग में झोंकने के लिए विदेशों से हवाला के जरिए पैसा भी प्राप्त करता रहा है. शब्बीर का सीधा संपर्क पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी ISI से भी रहा है.

बहरहाल JKDFP और उसके मुखिया शब्बीर शाह से जुड़ी संपत्तियों की तलाश में जुटी एजेंसिया जल्द ही उनकी सभी संपत्तियों को यूएपीए 1967 के प्रावधानों के आधार पर जब्त करेगी. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, JKDFP से जुड़े रहे अलगाववादी नेताओं के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. गृह मंत्रालय ने जम्मू कश्मीर प्रशासन को जम्मू कश्मीर डेमोक्रेटिक फ्रीडम पार्टी से संबंधित सभी संपत्तियों को जब्त करने का आदेश दिया है.

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