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सुरेशराव केतकर जी का जीवन संघ को समर्पित था – डॉ. मोहन भागवत जी

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‘संघ योगी’ पुस्तक का विमोचन, पश्चिम महाराष्ट्र प्रांत की दो दिवसीय बैठक प्रारंभ

पुणे. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा कि “राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ज्येष्ठ प्रचारक श्रीमान सुरेशराव केतकर जी का पूरा जीवन संघ को समर्पित था. उनकी संघ कार्य की बड़ी तपस्या थी, कार्यकर्ता बनाने के लिए ‘संघयोगी सुरेशराव केतकर – आठवणी’ नाम से यह पुस्तक बहुत उपयोगी रहेगी”.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, पश्चिम महाराष्ट्र प्रांत की दो दिवसीय प्रांत बैठक पुणे के समीप फुलगांव के ‘नेताजी सुभाषचंद्र बोस सैनिक प्रशाला’ में (शनिवार, २३ अप्रैल) को प्रारंभ हुई. बैठक के शुभारंभ सत्र में ‘संघयोगी’ पुस्तक का विमोचन संपन्न हुआ.

पुस्तक विमोचन अवसर पर सरसंघचालक जी ने कहा कि “श्रीमान सुरेशराव केतकर जी के जीवन के केंद्र स्थान में बस संघ ही था. उनका हर काम संघ के नाम था. उनका हर विचार संघ से प्रेरित था. पूरा जीवन संघ को समर्पित करने का जीवंत उदाहरण थे सुरेशराव केतकर जी.

‘स्नेहल प्रकाशन’ द्वारा पुस्तक का प्रकाशन किया गया है. पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में मंच पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पश्चिम महाराष्ट्र प्रांत संघचालक नानासाहेब जाधव, पश्चिम क्षेत्र कार्यवाह बालासाहब चौधरी, सुरेशराव केतकर जी के भतीजे शिरीष केतकर, स्नेहल प्रकाशन के रवींद्र घाटपांडे, पश्चिम महाराष्ट्र प्रांत कार्यवाह डॉ. प्रवीण दबडघाव उपस्थित थे.

प्रांत बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी संपूर्ण कालावधि के लिए उपस्थित रहने वाले हैं. पुस्तक विमोचन के पश्चात पश्चिम महाराष्ट्र प्रांत कार्यवाह डॉ. प्रवीण दबडघाव जी ने प्रांत में संघकार्य और सेवाकार्य, विशेषकर कोरोना काल में सेवा कार्य की जानकारी दी तथा बैठक में चर्चा के लिए आने वाले विषयों की जानकारी दी.

बैठक के प्रारंभ में कर्तव्य का निर्वहन, सेवा कार्य करते हुए प्राण देने वाले सुरक्षा, प्रशासनिक अधिकारी, डॉक्टर्स, परिचारिका, पुलिस अधिकारी तथा सामाजिक, सांस्कृतिक, कला क्षेत्र के मान्यवर व संघ कार्यकर्ताओं को श्रद्धांजलि अर्पित की गयी.

दो दिन की बैठक में मुख्य रूप से संघ के 100 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में होने वाले बहुविध कार्यक्रम, प्रतिनिधि सभा में विचार-विमर्श के अनुसार शाखा विस्तार, कार्यकर्ता विकास, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण, समरसता, समाज की सज्जन शक्ति का सहयोग, संघ कार्य के माध्यम से समाज परिवर्तन,  सकारात्मक विमर्श विवेचन और रोजगार सृजन पर चर्चा होगी.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पश्चिम महाराष्ट्र प्रांत, पुणे महानगर के साथ और सात जिले, तहसील स्तर तक प्रमुख, करीब दो हजार से अधिक कार्यकर्ता बैठक में भाग ले रहे हैं.

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