आचार्य मिथिलेशनन्दिनीशरण परमात्मा के स्वरूपों का प्रतिपादन करते हुए भक्तिशास्त्रों में पर, विभय, व्यूह, अर्चा और अन्तर्यामी नामक पाँच भेद निरूपित किये गये हैं. अर्चावतार...
अयोध्या/नई दिल्ली. तन-मन-धन, सब कुछ है तेरा। तेरा तुझको अर्पण क्या लागे मेरा..... इन पंक्तियों से प्रेरित होकर केंद्र सरकार में गृह सचिव रहे सेवानिवृत्त...