करंट टॉपिक्स

प्राचीन भारतीय न्याय व्यवस्था / ४

प्रशांत पोळ विजयनगर साम्राज्य में न्याय व्यवस्था अनेक स्तरों पर रची हुई थी। ग्राम स्तर पर निर्णय ग्राम सभा लेती थी। यह ग्राम सभा गांव...

हिन्दवी स्वराज्य : एक परिपूर्ण व्यवस्था

प्रशांत पोळ जेष्ठ शुक्ल त्रयोदशी, विक्रम संवत १७३१, तदनुसार अंग्रेजी तिथि ६ जून १६७४, को छत्रपति शिवाजी महाराज का, स्वराज्य की राजधानी रायगड़ में राज्याभिषेक...

जीवित, जाग्रत क्रांति पुरुष हैं हिन्दवी स्वराज्य के दुर्ग

यात्राएं हमेशा रुचिकर होती हैं. उनका अपना लोक, चरित्र और व्यवहार होता है. यात्रा अपरिचय को परिचय में बदलती है, अज्ञात को ज्ञात में. यायावरी...

हिन्दू साम्राज्य दिवस के उपलक्ष्य में भव्य आयोजन

पारंपरिक वेशभूषा में कलश पूजा और भव्य कलश यात्रा का आयोजन गाजियाबाद. छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक (हिन्दू साम्राज्य दिवस) के उपलक्ष्य में भव्य कार्यक्रम...

नियती से भेंट का दिन ‘हिन्दू साम्राज्य दिवस’

लोकेन्द्र सिंह ठीक 350 वर्ष पूर्व ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष त्रयोदशी, विक्रम संवत 1731 को (तद्नुसार 6 जून, 1674) छत्रपति शिवाजी महाराज ने ‘हिन्दवी स्वराज्य’ की...

‘स्व’ पर आधारित छत्रपति शिवाजी महाराज का स्वराज्य

लोकेन्द्र सिंह छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म शिवनेरी दुर्ग में फाल्गुन मास (अमावस्यांत) कृष्ण पक्ष तृतीया/ चैत्र (पूर्णिमांत) कृष्ण पक्ष तृतीया को संवत्सर 1551 में...

शिवाजी महाराज को विदेशी आक्रांता दबा नहीं सके, लेकिन इतिहासकारों ने दबा दिया – दत्तात्रेय होसबाले जी

नई दिल्ली. छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के 350 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में हिंदवी स्वराज स्थापना दिवस महोत्सव का आयोजन 17 जनवरी, 2024...

जिजाऊ माँ साहेब – हिन्दवी स्वराज्य की आधार स्तम्भ

लोकेन्द्र सिंह हिन्दवी स्वराज्य के आधार स्तम्भों में से एक हैं - राजमाता जिजाऊ माँ साहेब. उनके बिना हिन्दवी स्वराज्य के महान विचार का साकार...

शिवाजी महाराज का जीवन आज भी भारतीय समाज के लिए आदर्श – शांतनु जी महाराज

काशी. महानाट्य के अंत में शिवाजी की रणनीति के आगे मुगलिया सेना नतमस्तक हो जाती है. शिवाजी महाराज हिंदवी स्वराज्य की पताका फहराते हुए 84...

छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्य में मां-बहनें देवी की साक्षात प्रतिमूर्ति थीं

काशी. काशी हिन्दू विश्वविद्यालय परिसर में चल रहे जाणता राजा महानाट्य के तीसरे दिन के मंचन में शिवाजी की रणनीति से मुगल सेना कांपती दिखी....