नई दिल्ली. साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता प्रख्यात हिंदी नाटककार दया प्रकाश सिन्हा द्वारा लिखित नाटक ‘सम्राट अशोक’ का संस्कार भारती एवं अपस्टेज द्वारा संयुक्त रूप से श्री राम सेंटर, मंडी हाउस में मंचन किया गया, कलाकारों के मंच पर सम्राट अशोक के युद्ध कौशल के साथ स्त्री प्रेम, गौरव और धर्म पथ का जीवंत मंचन द्वारा दर्शक अंत तक इसके आकर्षण में बंधे रहे. जीवन की सार्थकता एवं निरर्थकता के अनछुए पहलुओं को सहेजते इस नाटक का निर्देशन थिएटर कलाकार रोहित त्रिपाठी द्वारा किया गया है, जो केवल तीस दिनों में तैयार किया गया था.
उल्लेखनीय है दया प्रकाश सिन्हा जी एक पूर्व आईएएस अधिकारी, साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता हैं. जिन्हें भारतीय इतिहास पर आधारित “रक्त अभिषेक”, “सीढ़ियां” और “कथा एक कंस की” जैसे नाटक लिखने के लिए जाना जाता है. मंचित नाटक, तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में भारत में रहने और शासन करने वाले सम्राट अशोक की उपलब्धियों और इतिहास पर आधारित था. एक चक्रवर्ती सम्राट, क्रूर हिंसक शासक से अहिंसा-प्रिय बुद्ध में बदलने सहित नाटक में सम्राट अशोक की कमजोरियों और आकांक्षाओं को उचित रूप से दर्शाया गया.
नाटक के उपरांत सभी कलाकारों की सराहना करते हुए दया प्रकाश सिन्हा ने कहा “नाटक सम्राट अशोक एक ऐतिहासिक नाटक है. नाटककार ने इस नाटक की रचना हेतु इतिहासकार आरजी भंडारकर, राधा कुमुद मुकर्जी, चार्ल्स ऐलेन की सम्राट अशोक पर लिखी पुस्तकों के आधार पर नाटक की रचना की है. पूर्णतः ऐतिहासिक तथ्यों पर आधारित यह नाटक एक रचनात्मक कृति है.”
दर्शक दीर्धा में नाटक के लेखक दया प्रकाश सिन्हा सहित प्रख्यात नाटककार अवतार साहनी, संस्कार भारती अखिल भारतीय सदस्य अशोक तिवारी, दिल्ली प्रान्त कार्यकारी अध्यक्ष सहित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे.