नई दिल्ली/सिलीगुड़ी. बंगाल के सिलीगुड़ी शहर में रामनवमी के शुभ अवसर पर श्री रामनवमी महोत्सव समिति द्वारा एक भव्य एवं विशाल धार्मिक शोभायात्रा निकाली गई. समिति के सचिव लक्ष्मण बंसल ने बताया कि शहर एवं आसपास के क्षेत्रों से लगभग 5 लाख रामभक्त शोभायात्रा में शामिल हुए. भव्यता एवं संख्या के मामले में यह शोभायात्रा पूर्ण पश्चिम बंगाल में प्रथम स्थान पर है जो सनातन हिन्दू समाज का श्री राम के प्रति समर्पण एवं उत्साह का प्रतीक है. शोभायात्रा में 81 झांकियां शामिल हुईं, जिसमें मुख्य रूप से अयोध्या में राम मंदिर, काशी विश्वनाथ मंदिर, मथुरा का कृष्ण मंदिर, पर्यावरण रक्षा, सामाजिक समरसता, गौ रक्षा की झांकियां और बी एस एफ बैंड आकर्षण का केंद्र रहा.
मल्लागुड़ी स्थित हनुमान मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विश्व हिन्दू परिषद् के अखिल भारतीय संयुक्त महामंत्री सुरेन्द्र जैन ने कहा कि ‘जय श्री राम’ आज के युग का क्रांति घोष बन गया है. देश भर में तीस हजार से अधिक शोभा यात्राएं निकल रही है. पूरा देश हर्ष और उल्लास के साथ जय श्री राम के उद्घोष लगाता हुआ राम नवमी उत्सव मना रहा है. जैसे जैसे राम मंदिर का निर्माण पूर्णता की ओर बढ़ रहा है, राम भक्तों का उत्साह उतना ही प्रबलता के साथ बढ़ता जा रहा है. बंगाल में यह उत्साह अद्वितीय है. जिस बंगाल में कुछ राजनेताओं ने वोट बैंक की राजनीति के कारण जय श्री राम के उद्घोष को अपराध बनाने की कोशिश की थी, आज उसी बंगाल में दो हजार से अधिक यात्राएं निकल रही है. ऐसा लगता है बंगाल का चप्पा-चप्पा राममयी हो गया है. समाज के सभी वर्गों के लोग जनजाति, युवा एवं महिलाएं अत्यधिक उमंग के साथ भागीदारी कर रही हैं. बंगाल में राम और दुर्गा में विभेद करने वाले विफल हो गये और जैसे राम ने त्रेता में मां दुर्गा की पुजा की थी, वैसे ही बंगाल में आज सभी दुर्गा भक्त जाति, पंथ एवं सम्प्रदाय से ऊपर राम की भी पूजा कर रहे हैं.
कार्यक्रम में विश्व हिन्दू परिषद् के क्षेत्र संगठन मंत्री स्वप्न मुखर्जी एवं विशिष्ट सामाजिक और धार्मिक व्यक्तियों की उपस्थिति रही. बौद्ध धर्म गुरु ने कहा कि रामनवमी के इतने बड़े उत्सव पर बंगाल में सरकारी छुट्टी होनी चाहिए.
हनुमान मंदिर में 10 बजकर 15 मिनट पर प्रभु श्री राम की पूजा अर्चना के बाद शोभायात्रा का शुभारंभ हुआ.
शहर के वेनस मोड़ पर शहर के विभिन्न क्षेत्रों से आयी झांकियां एवं श्रद्धालुओं को साथ लेते हुए शोभायात्रा एक विशाल सागर में परिणत हो गयी. लोगों का उत्साह एवं उमंग देखते ही बनता है. पूरा शहर जय श्री राम के नारों से गूंजायमान हो गया. समापन भजन कीर्तन एवं प्रभु श्री राम की आरती के साथ हुआ.
समिति के अध्यक्ष देवब्रत मित्र ने बताया कि यह शोभायात्रा सामाजिक समरसता की मिसाल है. इसमें जाति पंथ से ऊपर उठकर सभी हिन्दू शामिल हुए हैं. उन्होंने धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओं का आभार प्रकट किया, जिन्होंने यात्रा मार्ग में जगह जगह भक्तों के लिए पानी, जूस, लड्डू, बुंदिया इत्यादि की व्यवस्था की.