जयपुर. कोरोना महामारी के दौर में इम्युनिटी बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने योग श्रृखंला प्रारंभ की है. मंगलवार प्रातः श्रृंखला के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संघ के अखिल भारतीय बौद्धिक शिक्षण प्रमुख स्वांतरंजन ने कहा कि कोविड महामारी में सेवा कार्य करते हुए स्वयं को स्वस्थ रखना एक चुनौती है. हिन्दू संस्कृति में खान-पान, रहन-सहन का महत्व बताया गया है. वर्तमान संकट में हिन्दू संस्कृति का महत्व और अधिक समझ आ रहा है. गीता में संतुलित आहार, व्यवहार एवं संतुलित दिनचर्या को स्वस्थ रहने के लिए आवश्यक बताया है. योग से मन और शरीर दोनों स्वस्थ रहते हैं.
क्रीड़ा भारती राजस्थान प्रदेश के संयोजक मेघ सिंह ने कहा कि योग के माध्यम से मानसिक व शारीरिक समस्याओं के समाधान के लिए यह कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है.
पतंजलि योग पीठ से जुड़े कुलभूषण बैराठी ने योग अभ्यास करवाया. उन्होंने श्वसन तंत्र को मजबूत बनाने वाले योग आसन सिखाए. सेतुबंध आसन, चक्रासन, भुजंगासन, धनुरासन, उत्तानमंडूक आसन आदि आसन का अभ्यास करवाया. बैराठी ने अनुलोम विलोम, भ्रामरी आदि प्राणायाम का अभ्यास भी करवाया.
शाम के सत्र में योगाचार्य रश्मी शर्मा योगाभ्यास करवाया. यह कार्यक्रम ऑनलाइन है. जिसका प्रसारण विश्व संवाद केन्द्र जयपुर फेसबुक पेज और यूट्यूब चैनल पर हो रहा है. इसके अलावा अन्य 8 फेसबुक पेज पर भी लाइव आता है. कार्यक्रम में वैद्य कमलेश विद्यार्थी ने आहार के बारे में जानकारी दी. उन्होंने संतुलित आहार और आहार में विभिन्नता रखने की सलाह दी.