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देश के गौरवशाली इतिहास को दिखाती चित्र प्रदर्शनी

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unnamedआगरा. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ब्रजप्रान्त द्वारा आयोजित युवा संकल्प शिविर में राष्ट्र बोध कराने वाली चित्र प्रदर्शनी का उद्घाटन स्वामी हरिबोल जी महाराज ने किया. भारत के गौरवशाली इतिहास से परिचित कराना ही इस प्रदर्शनी का  उद्देश्य है. इस अवसर पर उन्होंने युवा पीढ़ी को राष्ट्र के गौरव पूर्ण इतिहास से परिचत कराने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि ऐसा होने पर ही विश्व के समक्ष भारत के युवा अपना सीना तानकर खड़े हो सकेंगे. श्री किशन जी ने कहा कि ये तथ्य हमारा आत्मविश्वास बढ़ाने में सहायक हैं कि भारत ने दुनिया को संस्कारित किया है और हमारे महापुरुष अपनी संकृति की रक्षा-संरक्षा के लिये सदैव तत्पर रहे हैं. उनके जीवन चरित्र से वस्तुत: संसार संस्कारित हुआ है.

श्री कृष्ण चन्द ने कहा कि जब विदेशी आंक्रताओं ने दुनिया के अन्य देशों को पचास- साठ साल में ही जीत लिया था. भारत को जीतने में उन्हें छःसौ साल से भी ज्यादा समय लगा. उसके बाद भी भारतवासी स्वतंत्रता के लिये निरन्तर संघर्षरत रहे और अपनी स्वाधीनता प्राप्त करके रहे. उन्होंने भारत के प्राचीन गौरव का उल्लेख करते हुये कहा जब दुनिया के लोग असभ्य थे, तब भारत विभिन्न क्षेत्रों में अन्य देशों से बहुत आगे था. इसी ने दुनिया को सभ्यता-संस्कृति, ज्ञान – विज्ञान से परिचित कराया. इसी के चलते भारत जगत गुरु कहलाया. वर्तमान में भी इसके अनेक प्रमाण उपलब्ध हैं. उन्होने कहा कि वर्तमान में भारत दुनिया का सबसे बड़ा युवाओं का देश है. इसलिये आगे का भविष्य भी भारतीय युवाओं का होगा.

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श्री चंद ने कहा कि भविष्य में पराधीनता से बचने के लिये देशवासियों में राष्ट्रीयता का भाव जागृत करने के उददेश्य से परम पूज्य डा0 हेडगेवार जी ने संघ की स्थापनाकी थी.

प्रदर्शनीय के उद्घाटनकर्ता मुख्य अतिथि स्वामी हरिबोल जी महाराज ने कहा कि देश पिछले कई वर्षों से कुशासन भ्रष्टाचार से त्रस्त था. साधु समाज घुटन अनुभव कर रहा था. हिन्दू संस्कृति नष्ट हो  रही थी. अवसर मिलते ही संतों ने जनजागरण किया. फलस्वरूप आज सुखद परिणाम आये हैं. उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता नरेन्द्र बंसल चांदी वाले ने की तथा विशिष्ट अतिथि थे अशोक जैन. मंच पर प्रांत संघ कार्यवाह राजपाल सिंह मौजूद थे.

 

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