अयोध्या रामजन्मभूमि मामले में सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय अगले कुछ दिनों में आ सकता है. आज की अप्रत्याशित घटना के पश्चात मामले में निर्णय के जल्द आने की चर्चाओं को बल मिला है. सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने अप्रत्याशित कदम उठाते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी और डीजीपी ओम प्रकाश सिंह व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की.
उत्तर प्रदेश के अधिकारियों के साथ मुख्य न्यायाधीश की यह लगभग डेढ़ घंटे तक चली. बैठक के दौरान जस्टिस एसए बोबड़े (भावी मुख्य न्यायाधीश), जस्टिस ओशक भूषण भी उपस्थित थे.
कहा जा रहा है कि मुख्य न्यायाधीश ने अधिकारियों से अयोध्या की सुरक्षा व कानून व्यवस्था को लेकर उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी ली. साथ ही समाज में सौहार्द बना रहे, इस संबंध में भी तैयारियों की जानकारी ली.
उल्लेखनीय है कि सर्वोच्च न्यायालय ने रामजन्मभूमि मामले में 16 अक्तूबर को 40वें दिन की सुनवाई पूरी करने के पश्चात निर्णय सुरक्षित रख लिया था. मुख्य न्यायाधीश 17 नवंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं, तो अगले सप्ताह मामले में फैसला सुना सकते हैं.
सर्वोच्च न्यायालय में मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई, जस्टिस एसए बोबड़े, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एस अब्दुल नजीर की पीठ ने मामले में मेराथन सुनवाई पूरी की थी. पीठ ने 2010 में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के खिलाफ अपीलों पर सुनवाई की. इलाहाबद उच्च न्यायालय ने विवादित भूमि को तीन हिस्सों में बांटने का निर्णय सुनाया था.