जबलपुर. सर्व समावेशी दर्शन के आलोक में हिन्दुत्व ही राष्ट्रत्व है. सभी को एक मानना ही हिन्दुत्व है. वसुधैव कुटुम्बकम् अंतरात्मा में निहित है. “सर्वे...
नमः सवित्रे जगदेकचक्षुषे जगत्प्रसूतिस्थितिनाशहेतवे त्रयीमयाय त्रिगुणात्मधारिणे विरञ्चिनारायणशङ्करात्मने जो जगत् के एकमात्र प्रकाशक हैं; संसार की उत्पत्ति, स्थिति और नाश के कारण हैं; उन वेदत्रयी स्वरूप,...