नई दिल्ली. विश्व हिन्दू परिषद ने मुर्शिदाबाद में रामनवमी के पावन अवसर पर निकल रही शोभायात्रा पर कट्टरपंथियों द्वारा किये गए प्राणघातक हमले की निंदा करते हुए उसे एक आतंकवादी घटना बताया तथा घटना की एनआईए द्वारा जांच की मांग की. विहिप के केन्द्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेन्द्र जैन ने आरोप लगाया कि यह हमला टीएमसी के संरक्षण में कट्टरपंथियों ने किया, जिसमें दर्जनों हिन्दू घायल हुए और अनेक घायल होकर अस्पताल में पड़े हैं. हिन्दू समाज के सुरक्षित और स्वाभिमान पूर्ण जीवन को सुनिश्चित करने के लिए विहिप ने घटना के विरुद्ध राज्य व्यापी प्रदर्शन कर राज्यपाल को ज्ञापन देने की घोषणा की.
उन्होंने कहा कि मुर्शिदाबाद में रामनवमी के पावन अवसर पर शोभायात्रा पर प्राण घातक हमला आतंकी घटना से कम नहीं है. घरों की छतों से पत्थर फेंके गए, शोभा यात्रा में शामिल हिन्दुओं पर बम फेंके गए, तलवारों से हमला किया गया और घेर कर जान से मारने की कोशिश की गई. यह सब एक दिन की तैयारी से नहीं हो सकता था. कई दिनों से तैयारी चल रही होगी.
आरोप लगाया कि यह हमला टीएमसी के संरक्षण में किया गया. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी अपनी प्रत्येक सभा में शांति की अपील कर रही थी और रामनवमी पर दंगे की आशंका व्यक्त कर रही थी. वास्तव में इसकी आड़ में मुस्लिम समाज को भड़का रही थी. यात्राओं पर हमला करवाने के लिए यही काम पिछले वर्ष भी किया था, जब शांति की अपील करने के बाद भी 15 से अधिक यात्राओं पर हमले हुए थे.
ऐसा लग रहा है कि बंगाल में हिन्दू अपनी “मां_ माटी_ मानुष” तीनों को सुरक्षित नहीं रख सकता है. उसे अपनी यात्राओं के लिए माननीय उच्च न्यायालय की अनुमति लेनी पड़ती है. जिन स्थानों पर सरकार ने अनुमति दी भी उनमें से कई जगह वापस लिया गया. जादवपुर विश्वविद्यालय में पहले अनुमति देना बाद में वापस लेना इसी बात का संकेत है.
डॉ. जैन ने कहा कि बंगाल का हिन्दू समाज अब और अधिक हिन्दू विरोधी वातावरण को सहन नहीं कर सकता.
उन्होंने घोषणा की कि विश्व हिन्दू परिषद इसका प्रत्येक प्रजातांत्रिक तरीके से मुकाबला करेगी. हम माननीय उच्च न्यायालय में जा रहे हैं और इस आतंकी हमले की जांच एनआईए से करवाने की मांग करेंगे. वह अपने ही कारनामों की जांच नहीं कर सकता. हम माननीय राज्यपाल से भी मिलेंगे. उनसे कहेंगे कि बंगाल की स्थिति में सभी प्रकार के संवैधानिक उपाय का प्रयोग करें और हिन्दुओं को स्वाभिमान और सुरक्षा पूर्ण जीवन जीने के अधिकार को सुनिश्चित करे. हम प्रत्येक जिला स्थान पर प्रदर्शन करके ज्ञापन भी देंगे और राज्यपाल सहित सभी संवैधानिक अधिकारियों को सारे विषयों पर अवगत कराएंगे.