करंट टॉपिक्स

…..यह युद्ध धर्म और अधर्म के बीच है – डॉ. मोहन भागवत जी

मुंबई, 24 अप्रैल। मास्टर दीनानाथ मंगेशकर की 83वीं पुण्यतिथि (24 अप्रैल, 2025) विले पार्ले (पूर्व) स्थित दीनानाथ मंगेशकर थिएटर में मनाई गई। मास्टर दीनानाथ मंगेशकर...

विश्व में धर्म से मुक्त कुछ भी नहीं है – डॉ. मोहन भागवत जी

वलसाड, गुजरात। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने श्री सद्गुरुधाम, धरमपुर, वलसाड में आयोजित भगवान भावभावेश्वर रजतोत्सव के समापन समारोह में...

संघ शताब्दी के उपलक्ष्य में संकल्प

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा , बेंगलुरु 2025            23 March 2025 संघ शताब्दी के उपलक्ष्य में संकल्प विश्व शांति और समृद्धि के...

‘धर्म का आचरण करने से ही धर्म की रक्षा होगी’ – डॉ. मोहन भागवत जी

अमरावती. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा कि धर्म का आचरण करने से ही धर्म की रक्षा होगी. क्योंकि धर्म...

एकात्म मानव दर्शन – दीनदयाल जी ने चतुर्पुरुषार्थ सिद्धांत को व्यवहारिक स्वरूप दिया

भाग दो "धर्म" चतुर्पुरुषार्थ में सबसे पहला है. इसके अंतर्गत शिक्षा-संस्कार, जीवन संकल्प समन्वय एवं विधि व्यवस्था आती है. दूसरा पुरुषार्थ "अर्थ" है, इसमें साधन...

धर्म को अंग्रेजी में भी धर्म ही कहना चाहिए, रिलीजन कहना उचित नहीं – डॉ. मनमोहन वैद्य जी

धार, मालवा. विश्व संवाद केन्द्र, मालवा के वार्षिक साहित्यिक समागम “नर्मदा साहित्य मंथन” के तृतीय सोपान (१६-१७-१८ फरवरी) के समापन सत्र में मुख्य वक्ता राष्ट्रीय...

साहित्य रचना केवल स्वांत सुखाय नहीं, बहुजन हिताय होनी चाहिए – डॉ. मोहन भागवत जी

भुवनेश्वर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा कि भाषा लोगों के दिलों के साथ-साथ समाज को जोड़ने का प्रमुख साधन...

धर्म को जानने के लिए सत्य पर चलना पड़ता है – डॉ. मोहन भागवत जी

जबलपुर. मानस भवन में आयोजित आद्य जगद्गुरु श्री रामानंदाचार्य जी की 723वीं जयंती पर आयोजित समरसता व्याख्यानमाला में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन...

धर्म सारी सृष्टि के साथ जीना सिखाता है – डॉ. मोहन भागवत जी

जबलपुर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा कि समाज में कुटुंब के नाते एक उदाहरण प्रस्तुत करना हमारा कर्तव्य बन...