करंट टॉपिक्स

जो भारत को मातृभूमि मानता है, भक्तिभाव रखता है वह भारत माता की संतान है – निम्बाराम

जयपुर. विश्व संवाद केंद्र फाउंडेशन की ओर से शनिवार को मालवीय नगर स्थित नारद सभागार में देवर्षि नारद जयंती और पत्रकार सम्मान समारोह का आयोजन...

अपने स्व की तलाश करें और उसके साथ खड़े हों – अमिताभ अग्निहोत्री

भोपाल. वरिष्ठ पत्रकार अमिताभ अग्निहोत्री ने कहा कि हर देश और संस्कृति का अपना ‘स्व’ होता है.‌ ब्रिटेन लोकतांत्रिक देश है, लेकिन जब वहां राजा...

राष्ट्र कल्याण में ही मानव कल्याण

गोरखपुर. विश्व संवाद केंद्र गोरखपुर के तत्वाधान में नारद जयंती के उपलक्ष्य में सरस्वती विद्या मंदिर के सभागार में "वर्तमान परिवेश में पत्रकारिता की भूमिका"...

पत्रकारिता में सत्य के साथ समझौता नहीं करना चाहिए – सुनील आंबेकर

दिल्ली में 12वें देवर्षि नारद पत्रकार सम्मान समारोह - 2022 का सफल आयोजन विभिन्न श्रेणियों में 12 पत्रकारों को पत्रकारिता जगत में योगदान के लिए...

समाज को अपना मानकर पत्रकारिता करें तो नारद जयंती मनाने की सार्थकता – डॉ. मनमोहन वैद्य जी

भोपाल. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. मनमोहन वैद्य जी ने कहा कि आद्य पत्रकार देवर्षि नारद के चरणों में मैं मेरा प्रणाम निवेदन...

पत्रकारिता में गंगा जैसी निर्मलता का भाव रहना जारूरी है – हितेश शंकर

सीकर. पाञ्चजन्य के सम्पादक हितेश शंकर ने कहा कि पत्रकारिता जीवन की आवश्यक एवं महत्वपूर्ण विधा है. पत्रकारिता का समाज में बड़ा महत्व है तथा...

भारतीय संस्कृति में विद्यमान है समन्वय का तत्व – रामकृपाल सिंह

भोपाल. वरिष्ठ पत्रकार रामकृपाल सिंह ने कहा कि भारतीय संस्कृति में समन्वय का तत्व विद्यमान है. भारतीय संस्कृति सबको साथ लेकर चलती है. सबकी चिंता...

पत्रकारिता में आध्यात्मिकता के समावेश से आएगा समाज में परिवर्तन – डॉ. मनमोहन वैद्य

नई दिल्ली. पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए इंडिया इंटरनेशनल सेंटर, नई दिल्ली में पत्रकारों को देवर्षि नारद पत्रकार सम्मान प्रदान किए गए....

देवर्षि नारद पत्रकारों के लिये श्रेष्ठ आदर्श – राहुल देव

जयपुर (विसंकें). वरिष्ठ पत्रकार राहुल देव ने कहा कि वामपंथ ने हमारे भारतीय आत्मबोध को बहुत नुकसान पहुंचाया है, किन्तु वामपंथ अब भारत में चुनौती...

1976 में सब एडिटर नहीं, सब इंस्पेक्टर तय करता था कि कौन सा समाचार छापना है या नहीं

मुरादाबाद (विसंकें). साप्ताहिक पत्रिका पाञ्चजन्य के संपादक हितेश शंकर ने कहा कि केवल हम ही नहीं मानते कि देवर्षि नारद जी प्रथम संवादवाहक थे, बल्कि...