करंट टॉपिक्स

अमृत महोत्सव लेखमाला – सशस्त्र क्रांति के स्वर्णिम पृष्ठ : भाग दो

राष्ट्रव्यापी स्वतंत्रता संग्राम – 1857 का उद्घोष – ‘मारो फिरंगी को’ नरेन्द्र सहगल सात समुद्र पार से आए ईसाई व्यापारियों की निरंकुश सत्ता को जड़...

वे पन्द्रह दिन… / 01 अगस्त, 1947

https://www.youtube.com/watch?v=oVdPd74tZG0 स्वाधीनता का अमृत महोत्सव शुक्रवार, 01 अगस्त 1947. यह दिन अचानक ही महत्त्वपूर्ण बन गया. इस दिन जम्मू कश्मीर के सम्बन्ध में दो प्रमुख...

अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़कर आगे बढ़ रहा है भारत – एल. मुरुगन

भोपाल. चित्र भारती फ़िल्म फेस्टिवल के चतुर्थ संस्करण के समापन समारोह में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री एल. मुरुगन ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में...

अफगानिस्तान से 110 हिन्दू, सिक्ख भारत लाए गए, गुरु ग्रंथ साहब व अन्य़ पवित्र ग्रंथ भी साथ लाए

नई दिल्ली. भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे 'ऑपरेशन देवी शक्ति' के तहत अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों को वहां से निकाला जा रहा है. 'ऑपरेशन...

गीता स्थली में दिखेगा श्रीकृष्ण का विराट स्वरूप

गीता स्थली ज्योतिसर में श्रीकृष्ण के विराट स्वरूप के दर्शन होंगे. विराट स्वरूप का ऊपरी हिस्सा गीता स्थली में पहुंच गया है. यह ज्योतिसर की...

15 साल पहले मुस्लिम धर्म अपनाने वाले 3 परिवारों ने अब घर वापसी की

  कांधला, शामली जनपद के मोहल्ला रायजादगान निवासी शहजाद ने अपने तीन परिवारों के सदस्यों के साथ कांधला के महाभारत कालीन सूरज कुंड मंदिर में...

पीर पराई जाने रे – कलाकारों की सहायतार्थ अभिनेता अक्षय कुमार ने दी पचास लाख रु की सहयोग राशि

नई दिल्ली. कोरोना महामारी से उपजी स्थिति में आर्थिक संकट का सामना कर रहे कलाकारों की सहायता के लिए अभिनेता अक्षय कुमार आगे आकर पचास...

मेवात की पुरातन पहचान को पुनर्स्थापित करेंगे – विहिप

मेवात (हरियाणा) की स्थिति पर विहिप महामंत्री मिलिंद परांडे का वक्तव्य फरीदाबाद. हरियाणा का मेवात जो कभी भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं का स्थान रहा...

तेषां नित्याभियुक्तानां योगक्षेमं वहाम्यहम्..!

जयराम शुक्ल श्रीमद्भागवत् गीता, योग, वन्दे मातरम् या राष्ट्रीय स्वाभिमान से जुड़े इन्हीं जैसे अन्य विषयों की चर्चा छिड़ती है तो अपने भैय्याजी बेहद विचलित...

NCERT – पुस्तक में पढ़ाया शाहजहां और औरंगजेब ने मंदिरों की मरम्मत करवाई, स्रोत पूछा तो कहा पता नहीं

वामपंथी विचार के लेखकों ने शिक्षण संस्थानों में पढ़ाए जाने वाले विषयों व इतिहास को किस कदर तोड़ मरोड़कर लिखा है, इसे लेकर समय-समय पर...