करंट टॉपिक्स

न्यूज एंकरों का ‘अपराध’?

बलबीर पुंज विपक्षी गठबंधन (आई.एन.डी.आई. एलायंस) ने विभिन्न न्यूज चैनलों के 14 टीवी एंकरों का बहिष्कार करने की घोषणा की. इस गठजोड़ की मीडिया समिति...

इतिहास स्मृति – गोवंश रक्षा हेतु महान आन्दोलन

स्वतन्त्र भारत के इतिहास में 7 नवम्बर, 1966 का दिन बड़ा महत्वपूर्ण है. इस दिन राजधानी दिल्ली में संसद भवन के सामने गोवंश की रक्षा...

अनूसूचित जाति के हितों पर डाका सहन नहीं, जनजागरण से खोलेंगे पोल – विहिप

नई दिल्ली. मतांतरित अनुसूचित समाज को आरक्षण का लाभ दिलाने की मांग न केवल संविधान विरोधी और राष्ट्र विरोधी है, अपितु अनुसूचित जाति के अधिकारों...

जब अटल जी ने हुंकार भरी – मेरी कविता जंग का ऐलान है, हारे हुए सिपाही का नैराश्य निनाद नहीं !

जयराम शुक्ल पुण्यस्मरण आज की उथली राजनीति और हल्के नेताओं के आचरण के बरक्स देखें तो अटल बिहारी वाजपेयी के व्यक्तित्व की थाह का आंकलन...

आपातकाल, पुलिसिया कहर और संघ – जेलयात्रा में तीर्थ-यात्रा का आनंद

  नरेन्द्र सहगल संविधान, संसद, न्यायालय, प्रेस, लोकमत और राजनीतिक शिष्टाचार इत्यादि की धज्जियां उड़ा कर देश में आपातकाल की घोषणा का सीधा अर्थ था,...

आपातकाल, पुलिसिया कहर और संघ – संघर्ष की भूमिगत सञ्चालन व्यवस्था

नरेन्द्र सहगल प्रधानमंत्री श्रीमति इंदिरा गाँधी द्वारा 25 जून, 1975 को समूचे देश में थोपा गया आपातकाल एक तरफा सरकारी अत्याचारों  का पर्याय बन गया....

आपातकाल, पुलिसिया कहर और संघ – सत्ता प्रायोजित आतंक

नरेन्द्र सहगल इलाहबाद हाईकोर्ट द्वारा सजा मिलने के तुरंत बाद प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी ने अपने राजनीतिक अस्तित्व और सत्ता को बचाने के उद्देश्य से...

आपातकाल, पुलिसिया कहर और संघ

नरेन्द्र सहगल भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में 25 जून, 1975 को एक काला अध्याय जुड़ गया, जब देश की तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने...

वामपंथियों के कुकृत्यों का गढ़ – जब प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने जेएनयू को बंद कर दिया था

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में रामनवमी के दिन जिस तरह से वामपंथी गुटों ने हंगामा किया, एबीवीपी के विद्यार्थियों के साथ मारपीट की और तो और...

तब आप क्या कर रहे थे…?

प्रशांत पोळ ‘द कश्मीर फाइल्स’ की जबरदस्त सफलता के कारण तमाम वामपंथी और इस्लामिस्ट्स बौखला गए हैं. आज तक खड़ा किया सारा विमर्श उन्हें बिखरता...