लखनऊ (विसंकें). अवध प्रान्त के संघचालक प्रभुनारायण जी ने मंगलवार को विश्व संवाद केन्द्र में पत्रकार वार्ता को संबोधित किया. उन्होंने बताया कि पहले प्रस्ताव में देश के सभी नागरिक आजीवन स्वस्थ व निरोग रहें, इस हेतु स्वास्थ्यपूर्ण जीवनशैली का अनुसरण एवं सर्व साधारण के लिये चिकित्सा की सुलभता के लिये संघ स्वयंसेवकों सहित सभी देशवासियों, स्वैच्छिक संगठनों व सरकार से आह्वान करेगा कि सभी नागरिकों के जीवन को निरामय बनाने हेतु स्वास्थ्यप्रद जीवनचर्या, शिशु व जननी स्वास्थ्य रक्षा और कुपोषण व नशा विमुक्ति हेतु समाज जागरण के प्रयास करें. गुणवत्तापूर्ण एवं सस्ती शिक्षा सबको सुलभ हो, इसे लेकर प्रतिनिधि सभा में दूसरा प्रस्ताव पारित किया गया, क्योंकि राष्ट्र व समाज के सर्वांगीण विकास में शिक्षा एक अनिवार्य साधन है, जिसके संपोषण, संवर्द्धन व संरक्षण का दायित्व समाज व सरकार दोनों का है. इसके लिए संघ केन्द्र, राज्य सरकारों व स्थानीय निकायों से आग्रह करेगा कि सस्ती व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सबको उपलब्ध कराने के लिए समुचित संसाधनों की व्यवस्था तथा उपयुक्त वैधानिक प्रावधान सुनिश्चित करे. साथ ही स्वयंसेवकों सहित समस्त देशवासियों का भी आह्वान करेगा कि शिक्षा प्रदान करने के पावन कार्य हेतु विशेषकर ग्रामीण, जनजातीय एवं अविकसित क्षेत्र में आगे आएं, ताकि एक योग्य, क्षमतावान व ज्ञानाधारित समाज का निर्माण हो सके जो इस राष्ट्र के उत्थान व विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. तीसरे प्रस्ताव में दैनन्दिन जीवन में सबका व्यवहार समरसतापूर्ण बने, इसके लिये संघ सभी पूज्य संतों, प्रवचनकारों, विद्वज्जनों सामाजिक कार्यकर्ताओं से अनुरोध करेगा कि इस हेतु समाज प्रबोधन में वे अपना सक्रिय योगदान दें.
प्रभुनारायण जी ने गणवेश में निकर के स्थान पर भूरे रंग की फुल पैन्ट के संबंध में बताया कि संघ युग के अनुसार अपने गणवेश में परिवर्तन करता रहा है, यह कोई नयी बात नहीं है. संघ की पहचान सदैव ही उसका कार्य रहा है न कि उसके गणवेश की निकर.
सह प्रान्त कार्यवाह नरेन्द्र जी ने बताया कि युवाओं को संघ से जोड़ने के लिए ‘‘ज्वाइन आरएसएस’’ नाम से संघ की वेबसाइट पर व्यवस्था बनायी गयी है. अवध प्रान्त में चार वर्षों में वेबसाईट के माध्यम से संघ से जुड़ने वाले युवाओं की संख्या बढ़ी है. 2013 में जहां प्रतिवर्ष 1250 युवा संघ से जुड़ रहे थे, वहीं 2016 में संख्या बढ़कर 3487 प्रतिवर्ष हो गई है. आंकड़े दर्शाते हैं कि बड़ी संख्या में युवा संघ से जुड़ने की इच्छा रखते हैं. गत वर्ष की तुलना में अवध प्रान्त में इस वर्ष 200 शाखाओं की बढ़ोत्तरी हुई है. वर्ष 2016 में प्रान्त में कुल 1114 संघ शाखाएं, 183 मिलन व 110 मण्डली है. शाखाओं में 675 विद्यार्थी व 439 व्यवसायी शाखाएं हैं. क्षेत्र के प्रचार प्रमुख राजेन्द्र सक्सेना भी उपस्थित रहे.