नई दिल्ली, 5 अगस्त 2014. नेत्रदान जनजागरण अभियान को समर्पित संस्था ‘सक्षम’ के अभियान से प्रेरित, श्रीमती जनक राज शर्मा का स्वर्गवास होने पर परिवार की इच्छानुसार उनका नेत्रदान कर दिया गया.
‘समदृष्टि क्षमता विकास एवं अनुसंधान संस्थान मण्डल (सक्षम)’ तथा अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान के नेत्र बैंक के सहयोग से दृष्टिबाधित बंधुओं भगिनियों को नेत्र ज्योति प्रदान करने का यह पुनीत कार्य राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रेरणा से चलाए जा रहे अन्धता मुक्त दिल्ली-अन्धता मुक्त भारत के अन्तर्गत परिपूर्ण किया गया.
श्रीमती जनक शर्मा राष्ट्रीय सेविका समिति में सक्रिय थी, उनके पति एडवोकेट श्री राजपाल शर्मा साकेत नगर के वरिष्ठ संघ कार्यकर्ता के नाते सक्रिय हैं. उन्होंने नेत्रदान में सहयोग के लिए एम्स के नेत्र बैंक दल एवं ‘सक्षम’ का धन्यवाद देते हुए कहा कि समाज को सही और नई दिशा देने के मामले में निरंतर प्रयत्नशील राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े तमाम लोग धन्यवाद के पात्र हैं, जिन्होंने ऐसे नेक काम की शुरुआत कर लोगों को प्रेरित किया. उन्होंने बताया कि विश्व में नेत्रहीनों की सर्वाधिक संख्या भारत में है इसलिए जीते जी रक्तदान और जाते-जाते नेत्रदान अवश्य करना चाहिये.