नई दिल्ली. वनवासी कल्याण आश्रम के अध्यक्ष जगदेवराम उरपांव ने कहा कि “लोगों ने भारी बहुमत देकर भाजपा को देश में नई सरकार बनाने का जनादेश दिया है. देश ने यह जनादेश प्रधानमंत्री की सुरक्षा नीतियों, राष्ट्रवाद, और विकास के लिए दिया है. देश का जनजाति समाज भी इसमें पीछे नहीं रहा”. वे कांस्टीट्यूशन क्लब में आयोजित जनजाति सांसदों के अभिनन्दन एवं स्नेह-मिलन कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि विकास की भूख जनजाति समाज में भी उतनी ही है, जैसी बाकी लोगों में. इसलिए जनजाति की 47 आरक्षित सीटों में से 31 सीधे भाजपा को मिली हैं, उसके सहयोगी दलों और स्वतंत्र उम्मीदवारों को जोड़ दिया जाए तो यह संख्या 35 हो जाती है. सभी नव-निर्वाचित जनजाति सांसदों की जिम्मेदारी है कि वे देश विशेषकर जनजाति समाज के विकास और उनके न्यायोचित अधिकारों की रक्षा के लिए हमेशा प्रतिबद्ध रहें. दीनदयाल जी की पॉलिटिकल डायरी का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि वे जिस दल की टिकट पर जीत कर आए हैं, केवल उसी के सदस्य नहीं हैं, बल्कि जनजाति समाज के भी प्रतिनिधि हैं.
जनजाति कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि समाज ने प्रधानमंत्री पर जो विश्वास दिखाया है, यह सरकार उस विश्वास को पूरा करते हुए पूरी ताक़त से जनजातियों के शैक्षिक व आर्थिक विकास को समर्पित रहेगी.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र संघचालक डॉ. बजरंगलाल जी ने सभी सांसदों का आह्वान किया कि सरकार की नीतियों को ठीक से समझकर, उसमें उपयुक्त समय–स्थान पर हस्तक्षेप करने के लिए यह आवश्यक है कि सभी सांसद इन नीतियों-विषयों का गहराई से अध्ययन करें.
वनवासी कल्याण आश्रम के संयुक्त महामंत्री विष्णुकांत ने प्रारंभ में कार्यक्रम की भूमिका रखते हुए कहा कि हमारे सामने चुनौतियाँ भी हैं और फेड के अध्यक्ष, उपाध्यक्षा एवं एमडी, जनजाति समाज के विकास का अवसर भी है. सम्मान कार्यक्रम में केन्द्रीय युवा एवं खेल मंत्री किरण रिजीजू, स्टील राज्य मंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते, खाद्य प्रसंस्करण मंत्री रामेश्वर तेली, जनजाति कार्य राज्य मंत्री रेणुका सिंह और भाजपा जनजाति मोर्चा के प्रमुख राम विचार नेताम सहित 34 सांसद उपस्थित थे, जिनमें 4 राज्यसभा के थे. सभी का सम्मान अंग-वस्त्र तथा स्मृति-चिन्ह देकर किया.
इस अवसर पर त्र्यंबकेश्वर के पूज्य स्वामी रघुनाथजी महाराज भी उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन हर्ष चौहान ने किया. कार्यक्रम के प्रारंभ में शहीद जादोनांग छात्रावास वनवासी कल्याण आश्रम नरेला-दिल्ली के छात्र ओमजांग ने देशभक्ति गीत व अंत में इसी छात्रावास के छात्रों ने वन्देमातरम गीत प्रस्तुत किया.