मेरठ. मुजफ्फरनगर दंगों की तपिश अभी तक शांत नहीं हुई थी कि वेस्ट यूपी का सांप्रदायिक सौहार्द एक बार फिर खतरे में पड़ गया है. बुलंदशहर जनपद के ऊंचागांव और अमरगढ़ मोड़ पर एक समाज के लोगों ने पाकिस्तान जिंदाबाद और हिन्दुस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाये. इतना ही नहीं इन उन्मादी लोगों ने जेहाद जिंदाबाद के नारे लगाते हुये लोगों को घरों में पर्चे फेंककर गांव खाली करने की धमकी दी. इससे क्षेत्र में तनाव फैल गया है. सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गई और आरोपियों की तलाश शुरू हो गई है.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में समय-समय पर हिंदू-मुस्लिम उन्माद फैलाने की घटनाएं हो रही है. इसके बाद भी पुलिस प्रशासन इन पर अंकुश नहीं लगा पा रहा. कभी मंदिर में मांस के टुकड़े फेंके जाते हैं तो कभी फेसबुक की टिप्पणी को आधार बनाकर बवाल किया जाता है. बुलंदशहर जनपद के स्याना तहसील क्षेत्र के ऊंचागांव में रविवार की देर रात समुदाय के लोगों ने हिंदू समुदाय के घरों में पर्चे फेंककर लोगों को दो दिन में गांव खाली करने की धमकी दी. इतना ही नहीं पर्चों में जेहाद जिंदाबाद के नारे लगाकर लोगों को कत्ल करने की धमकी दी. पर्चों में कहा गया कि गांव को खाली कराकर यहां पर बड़ी मस्जिद बनाई जाएगी. इसके अलावा अमरगढ़ मोड पर लोगों ने पाकिस्तान जिंदाबाद और हिंदुस्तान मुर्दाबाद के नारे भी लगाये. सोमवार को दिन निकलने पर लोगों को अपने घरों में पर्चे दिखाई दिये. पर्चे पढ़ने के बाद लोगों में आक्रोश फैल गया. देखते ही देखते यह खबर आग की तरह जिले में फैल गई. लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी और कहा कि रात में लोगों ने हिंदुओं के खिलाफ नारेबाजी की. लोगों की सूचना पर भारी पुलिस फोर्स गांव में पहुंच गई. डीएम चंद्रकला बी के नेतृत्व में पुलिस और प्रशासन की टीम पहुंची. शासन ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुये आला अधिकारियों को बुलंदशहर भेजा है. हिंदू संगठनों ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया हैं. बजरंग दल के प्रांत संयोजक बलराज डूंगर और हेमंत सिंह का कहना है कि हिंदुओं के खिलाफ एक सुनियोजित षड्यंत्र के तहत यह कार्य किया गया है, लेकिन पुलिस के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही.