शिमला (विसंकें). विश्व हिन्दू परिषद् ने देवभूमि में बढ़ती अवैध आतंकी घुसपैठ में सरकार और प्रादेशिक खुफिया तंत्र की विफलता पर पूरे प्रदेश में जिला उपायुक्तों के माध्यम से केंद्रीय गृह मंत्रालय को ज्ञापन भेजा. विहिप के प्रांत अध्यक्ष अमनपुरी ने बताया कि प्रदेश पिछले काफी समय से देशविरोधी आतंकियों की शरणस्थली बना हुआ है. प्रदेश के अनेक स्थानों पर आतंकियों का पकड़ा जाना इस बात का सबूत है कि सरकार और उसका खुफिया तंत्र पूरी तरह निष्क्रिय हो चुका है. कुल्लू के बंजार की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि आईएसआईएस एजेंट आबिद खान चर्च में पादरी के वेश में पॉल नाम से कई महीनों से रह रहा था. वह काफी समय से यहां पर गतिविधियां चला रहा था, जिसकी सरकार व उसके खुफिया तंत्र को कोई जानकारी नहीं थी.
उन्होंने कहा कि विहिप पिछले काफी समय से सरकार से लगातार मांग करता आ रहा है कि बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों की पहचान करके उनका पंजीकरण किया जाये. इसके लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री से भी मिल चुके हैं, लेकिन सरकार की ओर से आश्वासनों के सिवा कुछ भी हाथ नहीं आया है. प्रदेश में जब भी गौहत्या, गौ तस्करी, अवैध घुसपैठ, लव जिहाद, धर्मांतरण, मंदिरों में चोरी तथा प्रदेश की सुरक्षा को खतरे में डालने वाली कोई भी घटना होती है तो प्रशासन के आला अधिकारी गंभीरता से कार्यवाही करने की बात करते हैं. अब तक प्रशासन की ओर से इन घटनाओं को रोकने के लिए कुछ भी नहीं किया गया है. यही कारण है कि प्रदेश में टुंडा जैसे आतंकी हो या आईएसआईएस के एजेंट बिना किसी परेशानी के खुलेआम घूमते हैं.
ज्ञापन में मांग की गई है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए. प्रदेश में बड़ी संख्या में बाहरी राज्यों के लोग मजदूरी की आड़ में संदिग्ध गतिविधियों में लगे हुए हैं. ऐसे में उनकी पहचान और पंजीकरण की व्यवस्था को किया जाना चाहिए. शिमला में ज्ञापन विहिप के प्रांत अध्यक्ष अमनपुरी की अध्यक्षता में एडीसी के माध्यम से भेजा गया. रोहड़ू, रामपुर, शिमला, सोलन, नालागढ़, पांवटा साहिब, नाहन, परवाणु, मंडी, जोगिंद्रनगर, कुल्लू में जिला उपायुक्तों एवं उपमंडलाधिकारियों के माध्यम से गृह मंत्रालय को ज्ञापन भेजा गया.