करंट टॉपिक्स

अमरोहा – गोवंश को जहरीला चारा देने वाला ताहिर गिरफ्तार

अमरोहा. पुलिस ने 61 गोवंश की मौत के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने गोवंश को जहरीला चारा देने का अपराध स्वीकार कर...

उत्तर प्रदेश – आजमगढ़ से ISIS आतंकी सबाउद्दीन गिरफ्तार, स्वतंत्रता दिवस पर धमाके की योजना थी

लखनऊ. उत्तर प्रदेश एटीएस ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हमले की योजना को विफल करते हुए आईएसआईएस से जुड़े आतंकी सबाउद्दीन को आजमगढ़ से...

अमृत महोत्सव : 1857 के स्वतंत्रता संग्राम का अद्भुत एवं अद्वितीय विस्मृत योद्धा – सूबेदार बलदेव तिवारी

"राजा शंकर शाह, रघुनाथ के बलिदान का  प्रतिशोध"..... भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अनेक योद्धा हुए, जिनका स्मरण देश आज भी करता है. लेकिन अनेक योद्धा...

अमृत महोत्सव लेखमाला – सशस्त्र क्रांति के स्वर्णिम पृष्ठ : भाग दस

[caption id="attachment_57941" align="aligncenter" width="1200"] चित्र साभार - इंडियन एक्सप्रेस[/caption] सामूहिक बलिदान का वीभत्स दृश्य जलियांवाला बाग नरसंहार, ऊधम सिंह ने लंदन जाकर लिया नरसंहार का...

भारत जैसा स्वतंत्रता संग्राम संपूर्ण विश्व में कहीं नहीं हुआ – जे. नंदकुमार जी

रायपुर. छत्तीसगढ़ की राजधानी में स्वाधीनता का अमृत महोत्सव के अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व मुख्यवक्ता जे. नंदकुमार...

वे पंद्रह दिन… / 10 अगस्त, 1947

https://www.youtube.com/watch?v=GSZ6k6hvLfc स्वाधीनता का अमृत महोत्सव दस अगस्त.... रविवार की एक अलसाई हुई सुबह. सरदार वल्लभभाई पटेल के बंगले अर्थात 01, औरंगजेब रोड पर काफी हलचल...

इंडिजेनस डे – यूरोपियन्स के लिए पश्चाताप व क्षमा मांगने का दिन

प्रवीण गुगनानी मूलनिवासी दिवस या इंडिजिनस पीपल डे, भारत में एक नया षड्यंत्र है. सबसे बड़ी बात यह कि इस षड्यंत्र को जिस जनजाति समाज...

जनजाति समाज – अंग्रेजों ने षड्यंत्रपूर्वक बार-बार बदला धर्म कोड, पर जीवन व पूजा पद्धति नहीं बदल सके

ईसाई मिशनरियां और कुछ ताकतें पिछले लगभग डेढ़ सदी से यह स्थापित करने में लगी हैं कि वनवासी हिन्दू नहीं हैं. हालाँकि, उनके नेरेटिव को...

भारतवासी मूलनिवासी – बालासाहब देशपांडे ने दशकों पहले ही भांप ली थी साजिश, किया था आगाह

भारत में 700 से अधिक जनजातियां निवास करती हैं, जिनकी जनसंख्या लगभग 10 करोड़ से अधिक है. अपने पारंपरिक ज्ञान के विशाल भंडार के साथ...

भारतीय सांस्कृतिक व सामाजिक साहित्य में जनजाति समाज

भारतीय सामाजिक -सांस्कृतिक वांग्मय में दो प्रकार के समाज हिन्दुओं में पाए गए हैं – एक वनों और वनाच्छादित क्षेत्रों में रहने वाले और दूसरे...