पटना. एक माह की अवधि में प्रदेश में चार बम धमाके हो चुके हैं. चारों बम धमाके बिहार के अलग-अलग हिस्सों में हुए हैं. लगातार हो रहे धमाकों से बिहार की जनता भी सन्न है, समझ नहीं रहा कि आखिर ये माजरा क्या है?
इस महीने हुए चौथे बम धमाके से बिहार सन्न है. चारों बम धमाके बिहार के अलग-अलग हिस्सों में हुए हैं. बांका बिहार के दक्षिण-पूर्व हिस्से में है, यहां 8 जून को धमाका हुआ. अररिया राज्य के उत्तर-पूर्व हिस्से में है, 11 जून को यहां धमाका हुआ. दरभंगा राज्य के उत्तर मध्य हिस्से में है, रेलवे पार्सल में 17 जून को यहां धमाका हुआ. अब राज्य के पश्चिमी भाग में स्थित सीवान में 20 जून को मस्जिद के पीछे बम धमाका हुआ. लगातार हो रहे बम धमाके से बिहार सहमा हुआ है.
20 जून, रविवार को सुबह सीवान के हुसैनगंज स्थित जुड़कन गांव में जबरदस्त बम धमाका हुआ. धमाका इतना जोरदार था कि आवाज सुनकर लोग डर गए. इस धमाके में विनोद मांझी और उनका 2 वर्षीय पुत्र सत्यम कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए. घायल पिता-पुत्र को स्थानीय अस्पताल लाया गया. पिता की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें पटना रेफर कर दिया गया. विनोद मांझी का इलाज पटना के पीएमसीएच में चल रहा है, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है. इस धमाके में विनोद का 80 प्रतिशत शरीर जल गया है.
मस्जिद के पीछे हुआ धमाका
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार घटना के संबंध में विनोद के परिजनों ने बताया कि विनोद अपने पुत्र के साथ कुरकुरे लाने निकला था. इसी बीच बारिश होने लगी. बारिश से बचने के लिए विनोद ने गांव की मस्जिद के पीछे स्थित एक मकान में आसरा लिया. वहीं, गांव के सगीर मियां ने उसे एक झोला पकड़ाया और कहा कि एक घंटे बाद कोई इसे लेने आएगा, उसे दे देना. विनोद वह झोला नहीं लेना चाहता था. इस पर सगीर से उसकी बहस भी हुई. बाद में डर से उसने झोला ले लिया. झोला हाथ में लेने के कुछ मिनट बाद ही जोरदार धमाका हुआ. धमाके से पूरा गांव थर्रा गया.
पुलिस के अनुसार धमाके में सगीर मियां भी घायल हुआ है, लेकिन वह मौके से भाग गया. पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए चौकस हो गई है. पुलिस सगीर की पत्नी और अन्य से पूछताछ कर रही है.