करंट टॉपिक्स

डीआरआई और सेवा इंटरनेशनल यूके द्वारा “ऑटो रिक्शा रन” का आयोजन

Spread the love

ग्रामीण जीवन शैली की झलक एवं सेवा प्रकल्पों को समझते हुए 2000 किमी से अधिक दूरी तय करेंगे

चित्रकूट. चित्रकूट में सर्वसुलभ उच्च स्तरीय चिकित्सा सेवाओं की व्यापकता के लिए दीनदयाल शोध संस्थान एवं सेवा इंटरनेशनल यूके (Sewa International UK) द्वारा “ऑटो रिक्शा रन” का आयोजन किया जा रहा है. मंगलवार (12 दिसंबर) को आरोग्यधाम से 125 प्रवासी भारतीयों की “ऑटो रिक्शा रन” को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया. यह ऑटो रिक्शा रन चार राज्यों से गुजरकर 25 दिसम्बर को धौलावीरा (गुजरात) पहुंचेगी, जहां रन का समापन होगा.

दीनदयाल शोध संस्थान के महाप्रबंधक डॉ. अमिताभ वशिष्ठ ने संचालन के दौरान बताया कि “ऑटो रिक्शा रन” में प्रवासी भारतीयों का उद्देश्य ऑटो रिक्शा चलाकर भारत की यात्रा करना है. प्रत्येक रिक्शा में 3 प्रतिभागी हैं और उन्हें बारी-बारी से रिक्शा चलाना है. यात्रा के दौरान प्रवासी भारतीय मुख्य रूप से भारतीय ग्रामीण जीवन शैली की झलक पा सकें व सेवा प्रकल्पों को देखते समझते हुए आगे बढ़ेंगे. 12 दिनों में 2000 किमी से अधिक की दूरी तय करते हुए, 36 ऑटो रिक्शा में चित्रकूट से कच्छ तक यात्रा करेंगे.

आरोग्यधाम में उद्घाटन अवसर पर डॉ. मिलिंद देवगांवकर निदेशक आरोग्य धाम ने बताया कि आधुनिक एवं परंपरागत चिकित्सा पद्धति के बीच समन्वय बिठाकर चिकित्सा सेवा को स्थानीय जनमानस को सस्ती एवं बेहतर स्वास्थ सुविधाएं प्रदान करना संस्थान का लक्ष्य है. सेवा यूके द्वारा इसे और बेहतर किया जा है.

दीनदयाल शोध संस्थान के उपाध्यक्ष एवं लन्दन में अपनी सेवाएं दे रहे वरिष्ठ दंतरोग विशेषज्ञ डॉ. नरेश शर्मा ने 25 वर्षों से चिकित्सा सेवा में सेवा यूके द्वारा किये जा रहे कार्यों की विस्तृत जानकारी प्रदान की.

सेवा यूके से भरत बटकुल ने बताया कि चित्रकूट से प्रारम्भ होकर धौलावीरा (गुजरात) में सम्पन्न होने वाली यात्रा में 4 देशों (यूके, कनाडा, केन्या एवं ऑस्ट्रेलिया) के सहयोगी अपना सहयोग प्रदान कर रहे है. यात्रा में युवा शक्ति, बुजुर्गों के साथ साथ मातृशक्ति का विशेष सहयोग प्राप्त हो रहा है.

दीनदयाल शोध संस्थान के संगठन सचिव अभय महाजन ने कहा कि सहयोग, संस्कार, समर्पण एवं सेवा भाव ही हम सभी का मूल स्वरूप होना चाहिए क्योंकि बेहतर समाज के विकास की यही आधारशिला है.

महंत दिव्य जीवन दास दिगम्बर अखाड़ा ने कहा कि ऋषियों का जीवन ही परमार्थ के लिए होता है. राष्ट्रऋषि नाना जी ने चित्रकूट की वेदना को समझकर उसको दूर करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया. यह हम सबके लिए अनुकरणीय है कि हम सभी उनके दिखाए मार्ग का अनुसरण कर बेहतर समाज का निर्माण करने में अपना योगदान प्रदान करें. प्रभु आप सभी को समाज कार्य के लिए सदैव तत्पर रखें. सभी निरोगी एवं सुखी हों, आप सबको यात्रा की मंगलकामनाएं.

डॉ. रामनारायण त्रिपाठी संचालक गायत्री शक्तिपीठ ने कहा कि आप सभी भारतरत्न नाना जी के कार्यों से प्रभावित होकर सेवा कार्य के लिए निकले हैं जो अनुकरणीय है. ईश्वर आपको सदैव समाज के लिए बेहतर करने हेतु प्रेरित करते रहें.

आरोग्यधाम में अत्याधुनिक नवीन दंत चिकित्सा विभाग का लोकार्पण

“ऑटो रिक्शा रन के शुभारम्भ से पूर्व आरोग्यधाम में नवीन दंत चिकित्सा विभाग का लोकार्पण किया गया. आरोग्यधाम के दंत चिकित्सा विभाग को उच्चीकृत और पेपरलेस करने के लिए नया भवन तैयार किया गया है, जिसमें अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ ऑपरेशन थियेटर एवं पूरे चेहरे की जांच के लिए आधुनिक सीटी स्कैन मशीन लगाई गई है. आरोग्यधाम द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के लिए डेन्टल प्रेक्टिस को इम्प्रूव किया जा रहा है. इसके अलावा चलित चिकित्सालय के माध्यम से भी दूरस्थ गावों में चिकित्सा सेवाएँ उपलब्ध कराई जा रही हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *