करंट टॉपिक्स

श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा – श्री राम की कृपा से सब काम हो रहा है….

Spread the love

अयोध्या.

श्री राम जन्मभूमि मंदिर भव्यता प्राप्त कर रहा है. आने वाली 22 जनवरी को मंदिर में प्रभु श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के पश्चात दिव्यता भी प्राप्त करेगा. लाखों बलिदानों के पश्चात आज विश्वभर के करोड़ों हिन्दुओं का स्वप्न साकार हो रहा है. और यह प्रभु श्रीराम की ही कृपा है कि आज हम इस घटना के प्रत्यक्ष साक्षी बन रहे हैं.

यह प्रत्यक्ष अनुभव है कि इस देश के ‘जन-जन के मन में राम रमे’ हैं…. बात तन की हो, मन की हो, या धन की, राम काज सर्वोपरि है. मजदूर से महाजन तक, संत से महंत तक, सब राम काज में लीन हैं. सभी नव्य राम मंदिर को दिव्य और भव्य बनाने में लगे हैं. उनकी लगन मंदिर के निर्माण को तेजी से उस वैभव की ओर ले जा रही है जो रामलला के विराजमान से परम वैभव को प्राप्त होगी. धर्म में लगा कर्म तेजी से मोक्ष की ओर जो बढ़ रहा है. बढ़े भी क्यों नहीं, राम जो आ रहे हैं.

अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण कार्य में जुटे श्रमिक भी स्वयं को धन्य मान रहे हैं. सब श्रीराम की कृपा से हो रहा है, उन्हीं की कृपा से हमें यह अवसर मिला है. पालियों में 24 घंटे काम हो रहा है, लेकिन थकान का कोई नाम नहीं है.

निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों में से एक गुरपिंदर सिंह कहते हैं कि इंसान कुछ नहीं कर सकता, सब राम जी की कृपा से हो रहा है. राम जी ने गिलहरी को भी मौका दिया था. गिलहरी पत्थर तो नहीं उठा सकती थी, पर वह भी एक-एक कण डाल रही थी. यहां काम कर रहे सभी श्रमिकों का एक-एक पल राम जी की सेवा में लग रहा है.

एक अन्य श्रमिक ने कहा कि हम बहुत सौभाग्यशाली हैं कि श्रीराम की सेवा को अवसर मिला है और उनकी शरण में ही हमें रोजी (रोजगार) भी मिल रही है.

श्रमिक पंकज पासवान का कहना था कि हमारे लिए यह बहुत अवसर है. हमारी सात पीढ़ियों ने अच्छा कर्म किया होगा, तभी हमें यह अवसर मिला है. नहीं तो शायद हमें यह अवसर नहीं मिलता. हमारी आने वाली पीढ़ियां भी याद रखेंगी.

निर्माण कार्य में लगे एक अन्य श्रमिक की प्रतिक्रिया थी – शिफ्टों में लगातार काम हो रहा है, लेकिन थकान जैसी कोई चीज पास नहीं फटकती.

इसी दौरान उत्साह से एक श्रमिक कहता है – हमारा सौभाग्य है कि हमें प्रभु श्रीराम की सेवा का अवसर मिला है. पहचान के लोग मिलते हैं तो कहते हैं कि तुम्हारे भाग (भाग्य) बहुते अच्छे हैं, जो यह अवसर मिला. देश भर से कितने ही लोग यहां आने का सोच रहे हैं, लेकिन आ नहीं पा रहे और हम यहां श्रीराम की शरण में काम कर रहे हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *