करंट टॉपिक्स

विदेशी आक्रमणों के कारण भारत की शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर प्रहार हुए

नई दिल्ली. इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) के नई दिल्ली स्थित मुख्यालय में दो दिवसीय (13, 14 अप्रैल) आठवीं युवा इतिहासकार राष्ट्रीय संगोष्ठी का...

पारदर्शी व्यक्तित्व के धनी थे मदन दास जी – भय्याजी जोशी

लखनऊ (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक मदन दास देवी का बीते सोमवार को बंगलुरु में निधन हो गया. उनके निधन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक...

भारत जैसा स्वतंत्रता संग्राम संपूर्ण विश्व में कहीं नहीं हुआ – जे. नंदकुमार जी

रायपुर. छत्तीसगढ़ की राजधानी में स्वाधीनता का अमृत महोत्सव के अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व मुख्यवक्ता जे. नंदकुमार...

राष्ट्र समर्पित इतिहास पुरुष “ठाकुर राम सिंह”

चेतराम गर्ग आदिकाल से भारतीय सभ्यता में समाज के उत्थान और सुखद भविष्य के निर्माण में हमारे ऋषि मुनियों एवं सेवा की भावना लिए महापुरुषों...

भारत में स्वाधीनता की चेतना के नायक हैं महाराणा प्रताप – डॉ. बालमुकुन्‍द

गोरखपुर (विसंकें). मध्यकालीन भारत में महाराणा प्रताप स्वाधीन चेतना के वैसे ही नायक हैं जैसे बीसवीं शताब्दी में भगत सिंह, आजाद, बिस्मिल जैसे क्रान्तिकारी थे....

आंग्लदासता से युक्त इतिहासकारों ने भारत के राष्ट्रीय इतिहास के गौरव के मर्दन का कुप्रयास किया – बालमुकुंद जी

गोरखपुर (विसंकें). अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना के राष्ट्रीय संगठन सचिव डॉ. बाल मुकुंद जी ने कहा कि इतिहास के समक्ष यह सोचने का बिन्दु...