करंट टॉपिक्स

भारत को तोड़ने वाली ताकतों व साजिशों को सामने लाना आवश्यक

इंदौर. नर्मदा साहित्य मंथन – भोजपर्व के दूसरे दिन का प्रारम्भ माँ वाग्देवी के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ. प्रथम सत्र में “भोजशाला एक...

जहां-जहां मंदिर तोड़े गए, वहां उनका पुनर्निर्माण होना चाहिए – प्रमोद सावंत

नई दिल्ली. साप्ताहिक पत्रिका पाञ्चजन्य और ऑर्गनाइजर के 75 वर्ष पूरे होने पर दिल्ली के द अशोक होटल में रविवार को आयोजित मीडिया महामंथन-2022 के...

मदरसा शब्द ही विलुप्त होना चाहिए, मीडिया महामंथन में बोले असम के मुख्यमंत्री

नई दिल्ली. असम के हिमंत बिस्व सरमा ने कहा, भारत को सिर्फ राज्यों के संघ के रूप में पहचान देना हमारी 5000 साल पुरानी समृद्ध...

“जो देश में असहिष्णुता का राग अलापते हैं, उनसे बड़ा असहिष्णु कोई नहीं है..!”

नई दिल्ली. साप्ताहिक पत्रिका ‘पाञ्चजन्य’ और ‘ऑर्गनाइजर’ द्वारा आयोजित मीडिया महामंथन-2022 में प्रथम सत्र ‘मीडिया एंड फ्री स्पीच’ विषय पर रहा. सत्र में प्रसिद्ध लोकगायिका...

पत्रकारिता में सत्य के साथ समझौता नहीं करना चाहिए – सुनील आंबेकर

दिल्ली में 12वें देवर्षि नारद पत्रकार सम्मान समारोह - 2022 का सफल आयोजन विभिन्न श्रेणियों में 12 पत्रकारों को पत्रकारिता जगत में योगदान के लिए...

पत्रकारिता एक मिशन है, पाञ्चजन्य और ऑर्गनाइजर इसके जीवंत उदाहरण – डॉ. कृष्णगोपाल जी

नई दिल्ली. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्णगोपाल जी ने कहा कि पत्रकारिता एक मिशन है. पाञ्चजन्य और ऑर्गनाइजर इसका जीवंत उदाहरण हैं....

पाञ्चजन्य और ऑर्गनाइज़र ने भारत की पहचान को स्वर देने का काम किया – डॉ. मनमोहन वैद्य जी

नई दिल्ली (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख डॉ. मनमोहन वैद्य जी तथा सूचना प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी जी ने साप्ताहिक पत्र...