करंट टॉपिक्स

हिन्दुस्थान समाचार ने हिन्दी दिवस पर विभिन्न भारतीय भाषाओं के 18 पत्रकारों को किया सम्मानित

भाषा का सदुपयोग ही सनातन हिन्दू धर्म है - जगद्गुरु शंकराचार्य जी काशी. बहुभाषी न्यूज एजेंसी हिन्दुस्थान समाचार के तत्वाधान में आयोजित भारतीय भाषा सम्मान...

भारतीय संगीत में भारतीय जीवन पद्धति, जीवन संस्कार, जीवन मूल्य समाहित हैं – डॉ. मोहन भागवत जी

कानपुर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, कानपुर प्रांत द्वारा आयोजित स्वर संगम घोष शिविर के समापन समारोह में सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा कि अभी...

राष्ट्रदेव पत्रिका के ‘स्वतन्त्रता का अमृत महोत्सव’ विशेषांक का लोकार्पण

मेरठ. भारत के गौरवशाली अतीत एवं स्वतन्त्रता के आंदोलन में क्रांतिकारियों के योगदान को याद रखना है तो हमें लेखन के माध्यम से अपनी वर्तमान...

जहां-जहां मंदिर तोड़े गए, वहां उनका पुनर्निर्माण होना चाहिए – प्रमोद सावंत

नई दिल्ली. साप्ताहिक पत्रिका पाञ्चजन्य और ऑर्गनाइजर के 75 वर्ष पूरे होने पर दिल्ली के द अशोक होटल में रविवार को आयोजित मीडिया महामंथन-2022 के...

मदरसा शब्द ही विलुप्त होना चाहिए, मीडिया महामंथन में बोले असम के मुख्यमंत्री

नई दिल्ली. असम के हिमंत बिस्व सरमा ने कहा, भारत को सिर्फ राज्यों के संघ के रूप में पहचान देना हमारी 5000 साल पुरानी समृद्ध...

“जो देश में असहिष्णुता का राग अलापते हैं, उनसे बड़ा असहिष्णु कोई नहीं है..!”

नई दिल्ली. साप्ताहिक पत्रिका ‘पाञ्चजन्य’ और ‘ऑर्गनाइजर’ द्वारा आयोजित मीडिया महामंथन-2022 में प्रथम सत्र ‘मीडिया एंड फ्री स्पीच’ विषय पर रहा. सत्र में प्रसिद्ध लोकगायिका...

पत्रकारिता में शुचिता, नैतिकता और आदर्श के हामी दीनदयाल जी

(पं. दीनदयाल उपाध्याय जयंती विशेष – 25 सितम्बर) लोकेन्द्र सिंह पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजनीतिज्ञ, चिंतक और विचारक के साथ ही कुशल संचारक और पत्रकार भी थे. उनके पत्रकार-व्यक्तित्व...

हिन्दुओं को काफिर और बुतपरस्त कहे जाने पर रोक लगाने के लिए संयुक्त राष्ट्र में शिकायत दर्ज कराए भारत

जर्मन लेखिका मारिया विर्थ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर मांग की है कि संयुक्त राष्ट्र में हिन्दुओं के लिए ‘हीदन’, ‘काफिर’ और...

पश्चिम बंगाल की राजनीतिक हिंसा लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा

पत्रकार संगठन एनयूजेआई ने जारी की तथ्यात्मक रिपोर्ट 'ब्लीडिंग बंगाल' नई दिल्ली. नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स इंडिया और प्रभात प्रकाशन द्वारा संयुक्त रूप से प्रकाशित...

1976 में सब एडिटर नहीं, सब इंस्पेक्टर तय करता था कि कौन सा समाचार छापना है या नहीं

मुरादाबाद (विसंकें). साप्ताहिक पत्रिका पाञ्चजन्य के संपादक हितेश शंकर ने कहा कि केवल हम ही नहीं मानते कि देवर्षि नारद जी प्रथम संवादवाहक थे, बल्कि...