करंट टॉपिक्स

धर्म को अंग्रेजी में भी धर्म ही कहना चाहिए, रिलीजन कहना उचित नहीं – डॉ. मनमोहन वैद्य जी

धार, मालवा. विश्व संवाद केन्द्र, मालवा के वार्षिक साहित्यिक समागम “नर्मदा साहित्य मंथन” के तृतीय सोपान (१६-१७-१८ फरवरी) के समापन सत्र में मुख्य वक्ता राष्ट्रीय...

‘स्व’ आधारित राष्ट्रबोध के साथ समाज जीवन में आगे बढ़ें

कृष्णमुरारी त्रिपाठी वर्ष 2023 लगभग अपनी पूर्णता की बेला में आ पहुंचा है. वर्ष भर हम सबने व्यक्तिगत जीवन से लेकर सामाजिक जीवन में अनेकानेक...

औपनिवेशिक मानसिकता से बाहर निकल नया नैरेटिव स्थापित करने की आवश्यकता – दत्तात्रेय होसबाले जी

नई दिल्ली. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले जी ने कहा कि सत्य की खोज करना भारत की परंपरा रही है, लेकिन भारत शब्द...

‘सर्वजन हिताय’ भारत का मूल तत्व है

जयपुर. शैक्षिक मंथन संस्थान जयपुर की ओर से रविवार को भारत की अवधारणा विषय पर पाथेय भवन में व्याख्यान आयोजित किया गया. कार्यक्रम में मुख्य...