करंट टॉपिक्स

प्रखर संपादक माणिकचंद्र वाजपेयी उपाख्य ‘मामाजी’

सादगी, सरलता और निश्छलता के पर्याय मामाजी ने अपने मौलिक चिंतन और धारदार लेखनी से पत्रकारिता में भारतीय मूल्यों एवं राष्ट्रीय विचार को प्रतिष्ठित किया....

“संकल्प शंखनाद” – संघ सर्वस्पर्शी और सर्व समावेशी है

कोरबा. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कोरबा द्वारा "संकल्प शंखनाद" अभियान के अंतर्गत 2025 से अधिक स्वयंसेवकों ने पथ संचलन में भाग लिया. 25 दिसंबर को पथ संचलन...

भारत की पहचान हिन्दू राष्ट्र की है – दत्तात्रेय होसबाले जी

आगरा. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले जी ने कहा कि भारत की पहचान हिन्दू राष्ट्र की है. भारत की आत्मा भी हिन्दू है....

हमें राष्ट्र के राष्ट्रत्व को प्रकट करने का अवसर मिला है – दत्तात्रेय होसबाले जी

आगरा. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले जी ने कहा कि भारत एक प्राचीन राष्ट्र है और हमें राष्ट्र के राष्ट्रत्व को प्रकट करने...

भाग्यनगर में होगी अखिल भारतीय समन्वय बैठक

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से प्रेरित समाज जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत विविध संगठनों के प्रमुख पदाधिकारियों की समन्वय बैठक अगले माह 5 से 7...

गोवा मुक्ति आंदोलन में राजाभाऊ का बलिदान

पुर्तगाल में एक कहावत आज भी है कि "जिसने गोवा देख लिया, उसे लिस्बन (पुर्तगाल की वर्तमान राजधानी) देखने की नहीं जरुरत है. भारत को...

भारत की आध्यात्मिक शक्ति और प्राचीन संस्कृति देश का प्राण है – रामदत्त चक्रधर जी

प्रयागराज. तन समर्पित, मन समर्पित और यह जीवन समर्पित के भाव को लेकर देशभक्तों ने सामूहिक वंदेमातरम गीत गाकर प्रयाग की धरती पर एक नया कीर्तिमान स्थापित...

भारत को विश्व गुरू बनाने के लिए अगले पांच वर्ष दिखे संघ कार्य की पराकाष्ठा – डॉ. मोहन भागवत  

मंडल व बस्ती एकत्रिकरण में शामिल स्वयंसेवकों से सरसंघचालक का आह्वान कांगड़ा. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने अगले पांच वर्षों में...

अपना इतिहास भुलाकर देश खड़ा नहीं हो सकता – सुनील आंबेकर

मेरठ. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहा कि अपने इतिहास को भुलाकर कोई भी देश खड़ा नहीं हो सकता,...

जीवन की सांझ में संवारे सैकड़ों बचपन

रश्मि दाधीच मेहसाणा, गुजरात मीठा राम का गला भर आया, जब वह अपने अतीत के अंधेरों में अपने अभावग्रस्त बचपन को टोह रहा था. मेहसाणा...