मेरठ (विसंकें). लोकमान्य तिलक जयन्ती के अवसर पर सूरजकुण्ड रोड स्थित केशव भवन में ‘राष्ट्रवाद’ विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का शुभारम्भ कार्यक्रम अध्यक्ष जितेन्द्र अग्रवाल जी द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया. तदोपरान्त डॉ. कपिल अग्रवाल जी ने बाल गंगाधर लोकमान्य तिलक के प्रखर राष्ट्रवादी जीवन पर विचार प्रकट करते हुए कहा कि छोटी आयु से ही तिलक जी के मन में भारत को अंग्रेजी दासता से आजाद कराने का प्रबल भाव था. युवा अवस्था में आते-आते तिलक जी अंग्रेजों की आँख की सबसे बड़ी किरकिरी बन गए थे. अंग्रेज उनसे इतना घबराते थे कि उन्हें ‘फादर ऑफ इंडियन अनरेस्ट’ कहते थे.
गोष्ठी में डॉ. शिवाली अग्रवाल, सुधेश शर्मा, डॉ. पायल, गौरव एवं हरीश पाराशर आदि ने भी राष्ट्रवाद विषय पर विचार रखे. कार्यक्रम के समापन पर सुमन्त शर्मा ने राष्ट्रवाद पर विचार रखते हुए कहा कि राष्ट्रवाद को समग्रता से समझने की आवश्यकता है. कार्यक्रम का संचालन अम्बरीश पाठक जी ने किया.