करंट टॉपिक्स

हमें अपने दृष्टिकोण से भारत की सांस्कृतिक व बौद्धिक विरासत को देखना होगा – सुरेश सोनी जी

भारतीय सभ्यता हमें मानवीय मूल्यों का पाठ पढ़ाती है – राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी जी नई दिल्ली. भारतीय शिक्षण मंडल तथा इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा...

परिवार के संस्कारों से ही जीवित है हिन्दू जीवन पद्धति – डॉ. कृष्ण गोपाल जी

गोरखपुर (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल जी ने कहा कि देश की हजारों वर्षों की गुलामी के बाद भी हिन्दू...

हिन्दुत्व अनुभव से, शास्त्र से, स्वभाव से भारत की राष्ट्रीयता है – दत्तात्रेय होसबले जी

आज भारत से जात-पात, ऊँच-नीच, छुआछूत के भेद को मिटाने की आवश्यकता है नई दिल्ली. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले जी ने...

आर्थिक मॉडल में सामाजिक व सांस्कृतिक मूल्यों को भी समाहित करने की आवश्यकता – दत्तात्रेय होसबले जी

नई दिल्ली. भारत अपने शासन और नीतियों के बल पर प्रगति कर रहा है और भारतीय आर्थिक व सामाजिक विकास के वैश्विक कारकों के अनुसार आकार ग्रहण कर...

कोई भी काम और मनुष्य छोटा-बड़ा नहीं होता, सब समान होते हैं – डॉ. मोहन भागवत जी

सेवाभारती के रजत जयंती वर्ष एवं संत रविदास जयंती के अवसर पर भोपाल में आयोजित श्रम साधक संगम में शामिल हुए सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत...

आदर्श व उन्नत खेती के लिए भी पांच 5 नियमों स्वच्छता, स्वाध्याय, तप, सुधर्म और संतोष का पालन करें – डॉ. मोहन भागवत जी

बनखेड़ी के समीप स्थित भाऊसाहब भुस्कुटे लोक न्यास के रजत जयंती समारोह में शामिल हुए सरसंघचालक, समग्र ग्राम विकास के प्रकल्पों का किया अवलोकन जल,...

‘भारत माता की जय’ हमारे हृदय की भाषा है – डॉ. मोहन भागवत जी

दुनिया भारत को विश्वगुरु की भूमिका में देख रही है - डॉ. मोहन भागवत जी भोपाल (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत...

समाज से विघटनकारी शक्तियों को करना होगा समाप्त – सीताराम व्यास जी

मेले के आखिरी दिन संस्कृतियों और सभ्यताओं का संगम देखने पहुंचे एक लाख से अधिक लोग गुरुग्राम (विसंकें). हरियाणा में पहली बार गुरुग्राम के लेजरवैली...

अध्यात्म पर टिकी है समाज की नींव – स्वामी राघवानंद जी

आचार्य वंदन में 3000 हजार विद्यार्थियों ने किया गुरु वंदन, मातृ-पितृ वंदन के लिए भी झुके हजारों शीश गुरुग्राम (विसंकें). हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा मेले...

अध्यात्म और सेवा से ही भारत दुनिया को जीतेगा – गुरुमां आनंदमूर्ति

नारी के बिना दुनिया की कल्पना नहीं – साध्वी श्वेता भारती जी 2100 कन्याओं के पैर धोकर फूलों से किया गया वंदन गुरुग्राम (विसंकें). हिन्दू...