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जादवपुर विवि रैगिंग मामले में प्रदर्शन कर रहे छात्र-छात्राओं से पुलिस का दुर्व्यवहार – एबीवीपी

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जादवपुर विश्वविद्यालय में नाबालिग छात्र स्वप्नदीप कुंडू की रैंगिंग व मृत्यु मामले में पश्चिम बंगाल सरकार व जादवपुर विश्वविद्यालय प्रशासन के विरुद्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने प्रदर्शन किया. पुलिस ने प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे विद्यार्थी परिषद राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल, राष्ट्रीय मंत्री बिराज विश्वास सहित 100 से अधिक कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज करने के पश्चात उन्हें गिरफ्तार कर लिया. विद्यार्थी परिषद ने पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हुए इसे अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण व निंदनीय करार दिया.

जादवपुर विश्वविद्यालय में बीए में अध्ययनरत नाबालिग छात्र स्वप्नदीप कुंडू के साथ रैंगिंग, यौन दुर्व्यवहार की घटना के बाद हॉस्टल की बालकनी से गिरने से स्वप्नदीप कुंडू की अस्पताल में मृत्यु हो गई थी. घटना ने पश्चिम बंगाल में छात्रों के लिए भय व्याप्त वातावरण को पुनः उजागर कर दिया है.

शुक्रवार को विद्यार्थी परिषद दक्षिण बंग प्रांत इकाई ने ‘चलो जादवपुर’ प्रदर्शन का आयोजन किया था तथा प्रदर्शन के माध्यम से न्याय की मांग की जा रही थी. इस दौरान पुलिस ने कार्यकर्ताओं के साथ बर्बरतापूर्वक व्यवहार किया. परिषद ने आरोप लगाया कि प्रदर्शन में शामिल छात्राओं को पुरुष पुलिस द्वारा रोकने का प्रयास किया गया व दुर्व्यवहार करते हुए उन्हें बलपूर्वक घसीट कर पुलिस गाड़ी में डाला गया. आंदोलन के समय एक भी महिला पुलिस उपस्थित नहीं थी.

परिषद की राष्ट्रीय मंत्री अंकिता पवार ने कहा कि “पश्चिम बंगाल के जादवपुर विश्वविद्यालय में रैगिंग की घटना अत्यंत जघन्य कृत्य है. हमारे परिसर छात्रों के लिए सुरक्षित होने चाहिए, न कि उन्हें अपराधियों का अड्डा बनाया जाए. आज जब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता स्वप्नदीप कुंडू के लिए न्याय की मांग कर रहे थे, तो पुलिस ने उनके साथ अत्यंत बर्बरतापूर्वक व्यवहार किया. छात्राओं के साथ दुर्व्यवहार किया गया. महिलाओं के लिए पश्चिम बंगाल असुरक्षित होता जा रहा है, पश्चिम बंगाल सरकार केवल सरकार की विफलताओं की आलोचना करने वालों को गिरफ्तार करने व पुलिसिया दमन में व्यस्त है.”

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