बरेली. रविवार (23 जुलाई) को अराजक कट्टरपंथी तत्वों ने कांवड़ियों के जत्थे पर अचानक पथराव कर दिया. पत्थरबाजी से कांवड़ियों में हड़कंप मच गया. पत्थरबाजी में एक दर्जन से अधिक कांवड़िये घायल हो गए हैं. कांवड़ियों के जत्थे में काफी संख्या में भक्त शामिल थे, ये कछला से पवित्र जल लेने के लिए जा रहे थे. तभी कुछ असमाजिक तत्वों ने पथराव शुरू कर दिया. इस पथराव में कुछ पुलिसकर्मियों को भी पत्थर लगे हैं.
घटना बारादरी थाना क्षेत्र के जोगी नवादा का है. जहां, कावड़ियों का जत्था जल लेने के लिए कछला घाट जा रहा था. जत्थे में शामिल लोगों ने आरोप लगाया कि शाहनूरी मस्जिद और घरों से कांवड़िवों पर पथराव शुरू हो गया. जिसके बाद कांवड़ियों ने भी बचाव में पथराव शुरू कर दिया. घटना की सूचना पर 5 थानों की पुलिस पीएसी, आरएएफ मौके पर पहुंच गई और पूरे क्षेत्र में मोर्चा संभाला.
घटना के बाद कांवड़ियों ने आरोप लगाया कि मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पहले से तैयारी कर रखी थी. पूरा बाजार बंद कर रखा था और छतों पर पत्थर और कांच की बोतलें एकत्रित कर रखी थी. जैसे ही कांवड़ियों का जत्था निकला वैसे ही शाहनूरी मस्जिद के पास पूर्व पार्षद उस्मान अली सहित कुछ लोगों ने घरों से पथराव कर दिया. इस दौरान कांवड़ियों के साथ मौजूद पुलिस को भी पत्थर लगे. मामले में बरेली एसपी सिटी राहुल भाटी का कहना है कि कावड़ियों का जत्था जल लेने के लिए जा रहा था. तभी असामाजिक तत्वों ने उन पर पथराव कर दिया. इस मामले में तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. आरोपियों की सीसीटीवी से पहचान की जा रही है.
हिन्दुस्तान में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, कांवड़ियों ने पूर्व पार्षद सहित अन्य लोगों पर योजनाबद्ध ढंग से हमला करने का आरोप लगाया और कार्रवाई की मांग पर अड़ गए. जिसके पश्चात पुलिस ने पूर्व पार्षद को गिरफ्तार कर लिया. घटना के पश्चात विश्व हिन्दू परिषद और हिन्दू जागरण मंच के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंच गए थे. उन्होंने लोगों व कांवड़ियों को समझाया, जिसक पश्चात कांवड़िये जल लेने रवाना हो गए. घटना में पूर्व पार्षद उस्मान अल्वी सहित 12 नामजद और 150 अज्ञात के खिलाफ थाना बारादरी में तहरीर दी गई है.