करंट टॉपिक्स

स्वस्थ व्यक्ति, समाज, राष्ट्र व विश्व निर्माण का हो प्रयास – युगप्रधान आचार्यश्री महाश्रमण

भारत की संत व सनातन की परंपरा विश्व का पथदर्शन कर रही – डॉ. मोहन भागवत जी मुम्बई. महानगर के नन्दनवन में वर्ष 2023 का...

दगड़ूशेठ हलवाई गणपति की प्राण प्रतिष्ठा

पुणे, 18 सितंबर पुणे के श्रद्धास्थान श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई सार्वजनिक गणपति की प्राण प्रतिष्ठा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत के हाथों होगी....

विश्व को वामपंथी संकट से मुक्त करने का दायित्व भारत पर – डॉ. मोहन भागवत जी

पुणे, 17 सितंबर 2023. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा कि सांस्कृतिक मार्क्सवाद के नाम पर वामपंथी विचारधारा के लोगों...

समन्वय बैठक में वर्तमान प्रमुख राष्ट्रीय मुद्दों व सामाजिक परिवर्तन के प्रयासों पर होगी चर्चा – सुनील आंबेकर जी

पुणे, 13 सितंबर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय समन्वय बैठक 2023 पुणे में हो रही है, जिसमें 36 संगठनों के लगभग 266 प्रमुख पदाधिकारी...

देव संस्कृति हमारी परंपरा का अंग – डॉ. मोहन भागवत जी

भारत में विद्यमान ज्ञान की धाराएँ पूरे विश्व को प्रकाशित करेंगी - डॉ. चिन्मय पण्ड्या हरिद्वार. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी...

ब्रह्मतेज और क्षात्रतेज से पल्लवित होकर भारत विश्वगुरु बने – डॉ. मोहन भागवत जी

श्रौत कर्म (अग्निहोत्र), सदाचार और धर्म की वृद्धि के लिए है – डॉ. मोहन भागवत जी काशी (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन...

मदनदास जी के दिए कार्यमंत्र के अनुसार कार्य आगे बढ़ाएंगे – डॉ. मोहन जी भागवत

पुणे. अपने संपर्क में आए हुए हर व्यक्ति को विचारों और आंतरिक स्नेह से प्रेरित कर किसी न किसी काम में, सामाजिक कार्य में सक्रिय...

शुद्ध भावना, समर्पण के साथ सेवा करने वाला एक ‘आधुनिक मंदिर’

मुंबई (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा कि "जब मैं कॉलेज में था, तो मुझे आधुनिक तीर्थयात्रा पर एक...

समाज में भक्ति और शक्ति दोनों की आपूर्ति करने का काम सब मंदिर करें – डॉ. मोहन भागवत जी

मंदिर समाज की चिंता करने वाला हो, मंदिर में लोगों के दुःख दूर करने की व्यवस्था हो काशी. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन...

जनसंख्यकीय असंतुलन और भारतीयता का भविष्य – 1

जयराम शुक्ल स्वतंत्रता प्राप्ति के पाँच वर्ष पश्चात ही एकात्ममानव दर्शन के प्रणेता और अन्त्योदय के विचारक पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने चेताया था कि निकट...