जम्मू कश्मीर से 370 व 35ए समाप्त करने तथा दो केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने के बाद जनजीवन सामान्य हो रहा है. लेकिन विपक्षी नेता सियासत चमकाने के लिए श्रीनगर जा रहे हैं. हैरानी है कि इनमें से कोई भी नेता जम्मू नहीं जा रहा, सभी श्रीनगर ही जा रहे हैं. मकसद समझ सकते हैं. किस उद्देश्य से सीधे श्रीनगर जा रहे हैं.
सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी और सीपीआई के डी राजा 09 अगस्त को सुबह फ्लाइट से श्रीनगर एयरपोर्ट पर उतरे थे. जहां उनको जम्मू कश्मीर पुलिस ने लॉ-ऑर्डर की स्थिति को देखते हुए हिरासत में ले लिया. दोनों नेताओं को श्रीनगर एयरपोर्ट से बाहर निकलने की इजाजत नहीं दी जा रही है. दोनों नेता श्रीनगर में बाहर निकलने के लिए बहस कर रहे हैं, हालांकि पुलिस ने लीगल ऑर्डर भी दोनों नेताओं को दिखा दिया है. संभावना है कि शाम तक दोनों नेताओं को दिल्ली वापिस भेज दिया जाएगा.
04 अगस्त की शाम सीपीएम के नेता मोहम्मद युसूफ तारिगामी को भी नजरबंद कर दिया गया था, जो कुलगाम सीट से विधायक रह चुके हैं.
गुरूवार, 08 अगस्त को कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद को भी एयरपोर्ट पर हिरासत में लेकर वापिस दिल्ली भेज दिया गया था. गुलाम नबी आजाद भी जम्मू से होने के बावजूद जम्मू नहीं गए, बल्कि श्रीनगर पहुंचे.