करंट टॉपिक्स

अनुसूचित जनजातियां – संवैधानिक एवं सांस्कृतिक पहलू

अनुसूचित जनजाति, यह नाम भारत में एक वर्ग के रूप में संविधान के निर्माण के साथ आया. परंतु भारत में यह छोटे-छोटे समूहों के रूप...

न्यायालय में नहीं टिके स्टालिन सरकार के तर्क…

अवधेश कुमार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को पथ संचलन (रूट मार्च) की अनुमति न देने संबंधी तमिलनाडु सरकार की याचिका का सर्वोच्च न्यायालय में खारिज होना...

बाबा साहेब ने पत्रकारिता को बताया सामाजिक न्याय का माध्यम

लोकेन्द्र सिंह बाबा साहेब डॉ. भीमराव रामजी आम्बेडकर का व्यक्तित्व बहुआयामी, व्यापक एवं विस्तृत है. उन्हें हम उच्च कोटि के अर्थशास्त्री, कानूनविद, संविधान निर्माता, ध्येय...

राष्ट्रीय सेवा संगम – सवाई घास से स्वावलंबन की ओर बढ़ता झाड़ग्राम का जनजाति समाज

जयपुर. अब अलग-अलग प्रकार की घास और तिनकों का उपयोग सजावटी सामान बनाने में होने लगा है. ऐसी ही एक घास पश्चिम बंगाल के झाड़ग्राम...

भारत का वैभव और ब्रितानी लूट

बलबीर पुंज गत दिनों ब्रितानी समाचारपत्र 'द गार्जियन' ने भारत पर ब्रिटेन के शासन से जुड़े एक अभिलेख का खुलासा किया. इसमें उन घटनाओं का...

घुमंतू-विमुक्त जनजातियों का योगदान समझना आवश्यक

अपने देश का एक बड़ा वर्ग घुमन्तु व विमुक्त समुदायों से आता है. आज अत्यंत दयनीय दशा में रह रहे समाज में सबसे पिछड़े ये...