करंट टॉपिक्स

जैविक खेती से ही स्वस्थ व समृद्ध भारत का निर्माण होगा – स्वामी पंचमानंद जी

भोपाल. भारतीय किसान संघ के अखिल भारतीय अधिवेशन के शुभारंभ अवसर पर महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 स्वामी पंचमानंद जी ने कहा कि गौ, गंगा धरती...

पुस्तक समीक्षा – आत्मदैन्य से मुक्ति का विमर्श है ‘भारतबोध का नया समय’

लोकेन्द्र सिंह पत्रकारिता के आचार्य एवं भारतीय जनसंचार संस्थान के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी की नयी पुस्तक ‘भारतबोध का नया समय’ शीर्षक से आई है....

देश को आजाद कराने में सभी वर्ग के लोगों ने दिया बलिदान – प्रवीण गुप्त

स्वाधीनता का अमृत महोत्सव आयोजन समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम सागर. स्वाधीनता का अमृत महोत्सव आयोजन समिति द्वारा 23 फरवरी को कनेरा देव स्थित हेरिटेज होटल...

चित्रकूट – केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने स्वाधीनता का अमृत महोत्सव प्रदर्शनी का उद्घाटन किया

चित्रकूट. भारत रत्न नानाजी देशमुख के निर्वाण के 12 वर्ष पूर्ण होने पर उनकी पुण्यतिथि पर "राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के परिदृश्य में नानाजी की दृष्टि...

जॉर्डन में रेगिस्तान में छिपा मिला 9 हजार वर्ष पुराना मंदिर

जॉर्डन के पूर्वी रेगिस्तान में एक सुदूर नवपाषाण स्थल पर पुराना मंदिर मिला है. मंदिर की लंबी लंबी दीवारें, जो एक तरफ आकर मिलती हैं....

प्रेरक घटनाएं पाठ्यक्रम का हिस्सा न होना दुर्भाग्यपूर्ण – निम्बाराम जी

जयपुर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, राजस्थान क्षेत्र के क्षेत्र प्रचारक निम्बाराम जी ने कहा कि यह हमारा दुर्भाग्य है कि प्रेरणा देने वाली घटनाएं आज हमारे...

हर्षा की निर्मम और जघन्य हत्या से सारा हिन्दू समाज आहत है – विहिप

शिमला. विश्व हिन्दू परिषद के प्रांत सह मंत्री अधिवक्ता तुषार डोगरा ने कहा कि बजरंग दल कार्यकर्ता हर्षा की निर्मम और जघन्य हत्या से सारा...

₹100 करोड़ का मानहानि मुकदमा – तेलंगाना की एक अदालत ने द वायर को भारत बायोटेक, को-वैक्सिन के खिलाफ 14 लेखों को हटाने का निर्देश दिया

हैदराबाद. एक स्थानीय अदालत ने द वायर को COVID-19 वैक्सीन निर्माता, भारत बायोटेक के खिलाफ वेबसाइट पर प्रकाशित चौदह लेखों को हटाने का निर्देश दिया....

अमृत महोत्सव – चतुर्भुज रूप धारण करने वाले वीरवर कल्ला

दुख भंजक वीर कल्ला जी राठौड़ मेड़ता निवासी थे. कल्ला जी का जन्म युगाब्द ४६४६ (विक्रमी 1609) की दुर्गाष्टमी को हुआ था. कल्ला जी मेड़ता...

स्वाधीनता का अमृत महोत्सव : भ्रान्तियों के निवारण का महापर्व – 2

अवनीश भटनागर एक और अटपटा किन्तु विचारणीय प्रश्न जब हम यह चर्चा कर रहे हों कि भारत पराधीन कब हुआ, तो यह विचार करना भी...