करंट टॉपिक्स

ऋषि मुनियों की देन है भारतीय परिवार परम्परा – कृष्ण चन्द्र

चंदौसी (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ चंदौसी के परिवार मिलन उत्सव में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच मेधावी छात्रों को भी सम्मानित किया गया. कार्यक्रम के...

संस्कार भारती द्वारा श्रीकृष्ण स्वरूप सज्जा प्रतियोगिता

मेरठ/सहारनपुर (विसंकें). संस्कार भारती द्वारा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में श्रीकृष्ण स्वरूप सज्जा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. सरस्वती शिशु मंदिर मेरठ में आयोजित कार्यक्रम...

सामाजिक समरसता के बिना समाज व देश के विकास की बात बेमानी होगी – देवजी भाई

मेरठ (विसंकें). हिन्दू समाज में सामाजिक समरसता लाने के लिये विश्व हिन्दू परिषद ने देशभर में सामाजिक समरसता अभियान लिया है. मेरठ में विश्व हिन्दू...

संस्कृति पर गर्व करने के साथ ही सांस्कृतिक धरोहर को संभालना भी आवश्यक – दिव्यानन्द जी महाराज

मेरठ (विसंकें). काँवड़ यात्रा एक प्राचीन परम्परा है. इसका पौराणिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व है. त्रेता युग हो या द्वापर युग सभी में काँवड़ यात्रा...

उत्तम चरित्र वाला व्यक्ति ही समाज को प्रभावित कर सकता है – जयप्रकाश जी

मेरठ (विसंकें). संस्कृत भारती पश्चिम उत्तर प्रदेश क्षेत्र के विस्तारक वर्ग का 17 जुलाई को समापन हो गया. वर्ग का आयोजन केशव भवन सूरजकुंड रोड...

नेपाल के आपदा पीड़ित बच्चों के लिये सेवा इण्टरनेशनल ने भेजे शैक्षिक सामग्री के सैट

मेरठ (विसंके). 12 जुलाई को मेरठ से सेवा इण्टरनेशनल के द्वारा 35 हजार बच्चों के लिये शैक्षिक सामग्री नेपाल के आपदा पीड़ित क्षेत्रों के लिये भेजी...

विद्यार्थी परिषद ने छात्रों को राष्ट्रहित व रचनात्मक कार्यों से जोड़ा

मेरठ (विसंकें). 09 जुलाई को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर दिवस को राष्ट्रीय...

राष्ट्रीय चरित्र ही किसी देश को महान बनाता है – आलोक जी

मुरादाबाद (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पश्चिमी उत्तर प्रदेश के क्षेत्र प्रचारक आलोक कुमार जी ने कहा कि जब देश का आम व्यक्ति राष्ट्रीय चरित्र से...

संस्कृत को अपनाकर ही विश्वगुरू बनेगा भारत – स्वामी विवेकानन्द सरस्वती

मेरठ (विसंकें). भारत में संस्कृत भाषा की अधोगति के कारण ही आज भारत की दुर्दशा हैं. यदि अपनी उन्नति करनी है तो संस्कृत को अपनाना...

आज विश्व ने योग की महत्ता को पहचाना व माना है – स्वामी कर्मवीर जी महाराज

मेरठ (विसंकें). ‘‘शरीर के सभी रोगों का एकमात्र उपचार केवल और केवल योग है. मनुष्य को अपने शरीर को निरोगी रखने सकारात्मकता के साथ कार्य...