करंट टॉपिक्स

‘हिन्दवी स्वराज्य’ की संकल्पना हो शासन का आधार

लोकेन्द्र सिंह भारतवर्ष जब दासता के मकड़जाल में फंसकर आत्मगौरव से दूर हो गया था, तब शिवाजी महाराज ने ‘हिन्दवी स्वराज्य’ की घोषणा करके भारतीय...

और विघटन प्रारंभ हुआ…!

प्रशांत पोळ विश्वविख्यात अर्थशास्त्री प्रो. अंगस मेडिसन ने अपने “The History of World Economics” में प्रमाणों के आधार पर लिखा है कि सन् १००० में...

समरस हिन्दू

प्रशांत पोळ आज के हिन्दू समाज में अनेक विषमताएं हैं. जाति-पाती, ऊंच-नीच, वर्ण आदि अनेक ऐसे मुद्दे हैं, जिन पर अनेकों बार समाज बंटा हुआ...

गूढ़ार्थ के पर्यायवाची – भगवान शिवशंकर

प्रशांत पोळ सृष्टि में असीम आनंद का वातावरण है. वसंत की उत्फुल्लता चहुं ओर दृष्टिगोचर हो रही है. ऋतुओं के संधिकाल का यह महापर्व अपने...

शब्द की शक्ति

हृदयनारायण दीक्षित शब्द की शक्ति असीम होती है. प्रत्येक शब्द के गर्भ में अर्थ होता है. अर्थ से भरा पूरा शब्द बहुत दूर दूर तक...

राष्ट्रचिंतन लेखमाला – भारत में ‘भारतीय’ बन कर रहें

नरेंद्र सहगल ‘भारतीय होने का सीधा और स्पष्ट मापदंड है, भारत के अखंड भूगोल, सनातन संस्कृति और गौरवशाली अतीत के प्रति आस्था/विश्वास और इसी के...

‘अलग-थलग’ और ‘मित्रविहीन’ भारत चाहता है चीन

क्या चीनी आक्रामकता का कारण केवल उसका व्यापारिक लाभ है? यह उग्रता कोई एकाएक पैदा नहीं हुई. इस चिंतन की जड़ें चीन के सभ्यतागत लोकाचार...

गणतंत्र दिवस – आत्मचिंतन करने का समय

बलबीर पुंज आज भारत अपना 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. सभी पाठकों को इसकी असीम शुभकामनाएं. यह अवसर जहां जश्न मनाने का है, तो...

26 जनवरी – पूर्ण स्वराज्य/गणतंत्र दिवस और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भाग दो

डॉ. श्रीरंग गोडबोले अनेक वर्षों तक अंग्रेजों से दलील, दया-याचिका देने और डोमेनियन स्टेटस  के विचार को स्वीकार करने के बाद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने...

26 जनवरी – पूर्ण स्वराज्य/गणतंत्र दिवस और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ

डॉ. श्रीरंग गोडबोले भारत में 26 जनवरी को प्रतिवर्ष 'गणतंत्र दिवस' के रूप में मनाया जाता है. कम लोग इस तथ्य को जानते हैं कि...