करंट टॉपिक्स

भारत को अपने स्वार्थ के लिए नहीं, दुनिया के कल्याण के लिए जीना है – डॉ. मोहन भागवत जी

भोपाल. भोपाल में आयोजित विश्व संघ शिक्षा वर्ग के समापन समारोह में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा कि हमारे...

पूर्वोत्तर में संघ कार्य विस्तार में विनायकराव कनितकर

डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने 1925 में नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की. इसके लगभग 21 साल बाद संघ कार्य के विस्तार के...

राष्ट्र निर्माण के लिए व्यक्ति निर्माण आवश्यक – रामेश्वर दास

पानीपत. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उत्तर क्षेत्र प्रचारक प्रमुख रामेश्वर दास ने कहा कि संघ का कार्य गत 97 वर्षों से सतत चल रहा है. देशभर...

भारतीय हिन्दू चिंतन, व जीवन दर्शन को दुनिया स्वीकार करने लगी है – विनीत नवाथे

बड़वाह. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सह प्रांत कार्यवाह विनीत नवाथे ने कहा कि संघ शाखा व्यक्ति निर्माण व लोक संस्कार का एक अनूठा उदाहरण है. डॉ....

समरसता की सरिता सर्वजातीय सामूहिक विवाह

डॉ. हेडगेवार ने समरस हिन्दू समाज का स्वप्न संजोया था. स्वयंसेवक उसे साकार करने का प्रयास कर रहे हैं. सेवा भारती समिति भी इसमें योगदान...

संघ के शताब्दी वर्ष को लेकर समाज में भी उत्सुकता

डॉ. मनमोहन वैद्य सह सरकार्यवाह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना को 100 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं. 1925 में नागपुर में संघ स्थापना हुई थी....

समाज को दुर्बल करने वाली शक्तियों से राष्ट्र का संरक्षण करना है – भय्याजी जोशी

कोटा. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य भय्याजी जोशी ने कहा कि हमें सद्गुणों से युक्त हिन्दू समाज बनाना है. समाज को...

‘स्व’ पर आधारित जीवनदृष्टि को पुनः स्थापित करने हेतु प्रतिबद्ध हों – दत्तात्रेय होसबाले जी

स्वाधीनता का अमृत महोत्सव - स्वाधीनता से स्वतंत्रता की ओर कर्णावती. भारत स्वाधीनता का अमृत महोत्सव मना रहा है. स्वतंत्रता आंदोलन सार्वदेशिक और सर्वसमावेशी था....

विभाजन की वेदना विभाजन के निरस्त होने से ही मिटेगी – डॉ. मोहन भागवत

‘विभाजनकालीन भारत के साक्षी’ पुस्तक का विमोचन कार्यक्रम नोएडा. भाऊराव देवरस सरस्वती विद्या मन्दिर में आयोजित पुस्तक विमोचन कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक...

सेवागाथा – उम्मीद की नई किरण सावित्रीबाई फुले एकात्म समाज मंडल (औरंगाबाद महाराष्ट्र)

रश्मि दाधीच औरंगाबाद के पास एक छोटे से गांव खामखेडा में 65 वर्ष की भामा आजी की आंखें भर आईं, जब पहली बार वह सरकारी...