करंट टॉपिक्स

देश की एकता व एकात्मता को लेकर कोई भ्रांति न हो – सुनील आंबेकर

पुणे, 20 दिसंबर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहा कि भारत का विभाजन विश्व के इतिहास की एकमात्र घटना...

बंजारा समुदाय की जड़ें सनातन हिन्दू धर्म में ही हैं – मुरारी बापू

जामनेर. पू. मुरारी बापू ने शुक्रवार को कहा कि बंजारा समुदाय की जड़ें सनातन हिन्दू धर्म में ही हैं. अखिल भारतीय हिन्दू गोर बंजारा व...

हिन्दू गोर, बंजारा लबाना कुंभ – घुमन्तू समाज में स्वाभिमान जागरण और समाज से समरसता का महाअभियान

रमेश शर्मा भारत में परतंत्रता के लंबे अंधकार और विदेशी शासकों द्वारा भारतीय समाज का ताना बाना ध्वस्त करने के षड्यंत्र से बेबस घुमन्तू समाज...

‘स्वाधीनता का अमृत महोत्सव’ विषय पर एक दिन में 151 इकाइयों में व्याख्यानमाला आयोजित

“अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की देशव्यापी योजनानुसार राजस्थान विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) द्वारा 15 दिसंबर को ‘स्वाधीनता का अमृत महोत्सव: इंडिया से...

लोक शब्द सिर्फ देशज ही नहीं, बल्कि शक्ति का भी प्रतिनिधित्व करता है

गुवाहाटी. श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र के प्रेक्षागृह में चार दिवसीय लोकमंथन-2022 नामक सांस्कृतिक संध्या एवं प्रदर्शनी के तीसरे दिन लोक परंपरा में शक्ति की अवधारणा विषय...

हम सर्वे सन्तु निरामया को मानने वाली प्रजा हैं – डॉ. मोहन भागवत जी

भारतीय विचार मंच द्वारा "स्वाधीनता से स्वतंत्रता की ओर" विमर्श का आयोजन, भारतीय विचार मंच की एप्लीकेशन एवं पुस्तकों का लोकार्पण कर्णावती. भारतीय विचार मंच...

भारतीय भाषाओं के प्रति संघ का दृष्टिकोण

लोकेन्द्र सिंह तुर्की जब स्वतंत्र हुआ, तब आधुनिक तुर्की के संस्थापक कमालपाशा ने जिन बातों पर गंभीरता से ध्यान दिया, उनमें से एक भाषा भी थी. कमालपाशा...

देश की स्वतंत्रता के लिए समाज के सभी वर्गों ने योगदान दिया – प्रो. गणेशी लाल

भुवनेश्वर. स्वाधीनता के अमृत महोत्सव के निमित्त आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राज्यपाल प्रोफेसर गणेशी लाल ने कहा कि स्वाधीनता एक व्यापक अर्थ वाला शब्द...

लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक का शिक्षा दर्शन

डॉ. कुलदीप मेहंदीरत्ता “स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और में इसे लेकर रहूँगा” की उद्‌घोषणा करने वाले तिलक भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख क्रांतिकारियों में...

कुत्सित प्रयासों को धूमिल करता शिक्षा बचाओ आंदोलन

अथर्व शर्मा प्रसंग है वर्ष 2004 के उस कलंकित अध्याय का जब सत्ता परिवर्तन के साथ ही देश में शिक्षा का चीरहरण हुआ. 2004 में...