शिलांग. श्री काञ्ची कामकोटी शंकर हैल्थ, एजुकेशन एंड चैरिटेबल ट्रस्ट व पूर्वोत्तर जनजाति शिक्षा समिति के संयुक्त तत्वाधान में “श्री काञ्ची कामकोटी विद्या भारती विद्यालय” भवन का लोकार्पण मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने किया. मेघालय की राजधानी शिलांग में राज्यपाल, विशिष्ट उद्योगपति शंकर लाल गोयनका, पूर्वोत्तर जनजाति शिक्षा समिति के अध्यक्ष बसन्त अग्रवाल, मेघालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष रिनोह्मो सुन्गोह, उत्तर पूर्वी इंदिरा गांधी क्षेत्रीय स्वास्थ्य और चिकित्सा विज्ञान संस्थान के निदेशक डॉ. नलिन मेहता, शिलांग टाइम्स की चीफ एडिटर पेट्रिका मुखिम की गरिमामयी उपस्थिति में लोकार्पण समारोह सम्पन्न हुआ.
नवनिर्मित भवन में विद्यालय के साथ ही जीवनराम मुंगीदेवी गोयनका कॉलेज का भी लोकार्पण राज्यपाल के कर कमलों से सम्पन्न हुआ. समारोह में विद्या भारती पूर्वोत्तर क्षेत्र के मंत्री डॉ. जगदिन्द्र रॉय चौधरी, मेघालय शिक्षा समिति के संगठन मंत्री समीर सरकार व प्रांत मंत्री कमल कुमार झुनझुनवाला व शिलांग के विशिष्ट शिक्षाविद, व्यवसायी व गणमान्य लोगों की उपस्थिति रही.
शंकरलाल गोयनका ने कहा कि पूर्व में बालाजी मंदिर बनाने का विचार हुआ था, शंकराचार्य जी ने विद्या का मन्दिर बनाने हेतु सुझाव दिया, जहां विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर सकें. राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा शिक्षा देश को ताकत प्रदान करती है, गुणवत्तायुक्त शिक्षा से समाज आगे बढ़ता है.
पूर्वोत्तर जनजाति शिक्षा समिति के अध्यक्ष बसन्त अग्रवाल ने कहा देश में विद्या भारती का कार्य 1952 से चल रहा है. विद्या भारती संस्कारयुक्त वातावरण में देशभक्ति से युक्त शिक्षा प्रदान करती आ रही है. मेघालय में विद्या भारती द्वारा मेघालय शिक्षा समिति के माध्यम से विद्यालयों का संचालन किया जाता है. शिलांग में यह विद्यालय 2004 में प्रारम्भ हुआ था. समाज के सहयोग से आज शैक्षिक गुणवत्ता की दृष्टि से नवीन भवन का लोकार्पण हुआ है. समाज से विद्याल़ व छात्रावासों के लिये सहयोग प्रदान करने हेतु आग्रह किया.