करंट टॉपिक्स

जंगल सत्याग्रह और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ – स्वतंत्रता आंदोलन में संघ स्वयंसेवकों का सहभाग

डॉ. श्रीरंग गोडबोले देश को स्वतंत्रता दिलाने के सभी प्रयासों को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉ. हेडगेवार का प्रत्यक्ष समर्थन प्राप्त होता था. इसी...

जंगल सत्याग्रह और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ – सत्याग्रही डॉ. हेडगेवार

  डॉ. श्रीरंग गोडबोले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉ. हेडगेवार की स्पष्ट सोच थी कि देश के लिए जान देने वाले नहीं, बल्कि जीवन...

अमृत महोत्सव लेखमाला – सशस्त्र क्रांति के स्वर्णिम पृष्ठ : भाग 18 (अंतिम)

स्वतंत्रता संग्राम के अज्ञात सेनापति डॉ. हेडगेवार के साथ अन्याय क्यों? नरेन्द्र सहगल चिर सनातन अखण्ड भारत की सर्वांग स्वतंत्रता के लिए कटिबद्ध राष्ट्रीय स्वयंसेवक...

अमृत महोत्सव लेखमाला – सशस्त्र क्रांति के स्वर्णिम पृष्ठ : भाग 17

स्वामी दयानंद, स्वामी विवेकानंद, महर्षि अरविंद आदि संतों ने जगाई राष्ट्रीय चेतना नरेन्द्र सहगल विश्व के एकमात्र राष्ट्र भारत को यदि ‘आध्यात्मिक राष्ट्र’ की संज्ञा से सम्मानित किया जाए...

अमृत महोत्सव लेखमाला – सशस्त्र क्रांति के स्वर्णिम पृष्ठ : भाग 16

सुभाष चंद्र बोस ने किया था ब्रिटिश साम्राज्य पर निर्याणक प्रहार नरेन्द्र सहगल “तुम मुझे खून दो - मैं तुम्हें आजादी दूंगा” के गगनभेदी उद्घोष के...

वे पन्द्रह दिन – समापन, 15 अगस्त के बाद…..

भारत तो स्वतंत्र हो गया. विभाजित होकर..! परन्तु अब आगे क्या..? दुर्भाग्य से गांधी जी ने मुस्लिम लीग के बारे में जो मासूम सपने पाल...

अमृत महोत्सव लेखमाला – सशस्त्र क्रांति के स्वर्णिम पृष्ठ : भाग 15

आधुनिक युग के छत्रपति शिवाजी थे क्रांति शिरोमणि वीर सावरकर नरेन्द्र सहगल भारत की सनातन संस्कृति के वैचारिक आधार ‘शस्त्र और शास्त्र’ को साक्षात अपने...

स्वाधीनता का अमृत महोत्सव – समरस समाज से ही बनेगा सशक्त भारत

दत्तात्रेय होसबाले सरकार्यवाह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आज जब देश की स्वाधीनता को ७५ वर्ष हो रहे हैं तो इस अवसर पर देश का हर नागरिक...

वे पन्द्रह दिन… / 15 अगस्त, 1947

https://www.youtube.com/watch?v=3DcVKmMf5bI स्वाधीनता का अमृत महोत्सव आज की रात तो भारत मानो सोया ही नहीं है. दिल्ली, मुम्बई, कलकत्ता, मद्रास, बंगलौर, लखनऊ, इंदौर, पटना, बड़ौदा, नागपुर......

अमृत महोत्सव लेखमाला – सशस्त्र क्रांति के स्वर्णिम पृष्ठ : भाग 14

मातृभूमि के लिए बलिदान देकर अमर हो गए भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव नरेन्द्र सहगल मां भारती के हाथों और पांवों में पड़ी हुई गुलामी...